यूपी। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले (Noida) में सर्वे लेखपाल हरिकृष्ण शर्मा को रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर के सहायक अभिलेख अधिकारी की रिपोर्ट पर अयोध्या जिला प्रशासन ने यह कार्रवाई की है. दरअसल, लेखपाल की मूल तैनाती अयोध्या जनपद में है और उन्हें गौतमबुद्ध नगर के एआरओ कार्यालय से संबद्ध किया गया था. जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि हरीकृष्ण शर्मा प्रतिनियुक्ति पर पिछले आठ साल से गौतमबुद्ध नगर जनपद में तैनात थे और अप्रैल 2022 में एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी से उनकी शिकायत की थी.
चौहान के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि सर्वे लेखपाल ने एक मामले का निस्तारण कराने के एवज में न केवल सात लाख रुपये की रिश्वत मांगी, बल्कि उच्च अधिकारियों के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया था. चौहान के अनुसार, शिकायतकर्ता ने घटना की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई थी. उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर इस मामले की जांच हुई और आरोप सही पाए जाने के बाद लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है.
एक दूसरे मामले में गौतम बुद्ध नगर के चिटेहरा गांव में हुए अरबों रुपये के कथित भूमि घोटाला मामले में जिला प्रशासन की तरफ से रविवार को दूसरी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इस मामले में शनिवार को एक मुकदमा दर्ज हुआ था. इस घोटाले में तत्कालीन समय में तैनात रहे तीन उप-जिलाधिकारियों की भूमिका भी कथित रूप से संदिग्ध पाई गई है. अपर पुलिस उपायुक्त विशाल पांडे ने बताया कि राजस्व निरीक्षक पंकज निरवाल ने थाना दादरी में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि ग्राम चिटेहरा की भूमि प्रबंध समिति ने 282 व्यक्तियों को कृषि भूमि के आवंटन का प्रस्ताव 3 जुलाई 1997 को पास किया था.