‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ के झुंझुनू मंच से नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने साधा CM गहलोत पर निशाना
राजस्थान। झुंझुनूं, मंडावा एवं पिलानी में सोमवार को भाजपा की ‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ निकाली गई। परिवर्तन यात्रा में जनसभा का आयोजन भी किया गया। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने इस दौरान विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है। राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस के कुशासन और भ्रष्टाचार का अंत करने के लिए जनता का उत्साह और जोश देखकर मुझे पूरा विश्वास हो गया है कि कांग्रेस सरकार की विदाई सुनिश्चित है और राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है। राठौड़ ने कहा कि किसान विरोधी कांग्रेस सरकार के राज में झूठे वादों में फंसकर नेशनलाइन बैंकों का कर्ज नहीं चुकाने पर राज्य के करीब 20 हजार से अधिक किसानों की जमीनें नीलाम हो गई। एक, दो और तीन करके कर्ज में डूबे मजबूर किसानों की जमीनों को बैंकों द्वारा बेचा गया। आगे राठौड़ ने कहा कि इन जमीनों की नीलामी से करीब 82 करोड़ 42 लाख रुपए के कमीशन मिला, जिसमें से अकेले पटवारियों को करीब 24.73 करोड़ रुपए कमीशन के रूप में मिले हैं जो इसका प्रमाण है कि सरकार की सरपरस्ती में किसानों की जमीनें नीलाम हुई। प्रदेश के 1 लाख 24 हज़ार किसानों के खाते एनपीए कर दिए गए। ये सरकार अन्नदाताओं को सपने दिखा कर उनके सपनों को सिर्फ तोड़ना जानती है।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के कुशासन में मंडावा में स्थानीय विधायक के पीएसओ आईजी से बड़े हो गए हैं और अपनी मर्जी से प्रशासन को चलाने की कोशिश करते हैं। जिस तरह प्रदेश में अपराधी बेखौफ और बेलगाम हैं। ठीक उसी तरह घमंड में चूर स्थानीय विधायक अपने पीएसओ के साथ मिलकर जमीन पर रास्ता काट देते हैं। सरपंच जब भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं तो शाम को पुलिस उनके घर पहुंच जाती है और मुकदमा कायम कर देती है।
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में आज किसान बिजली की कटौती से हैरान है। कांग्रेस सरकार में ऊर्जा मंत्री ने कहा था कि आपको 24 घंटे बिजली मिलेगी और बिजली के सारे पेंडिंग कनेक्शन पूरे हो जाएंगे। इसी तरह का कुछ झूठा वादा वह मलसीसर में कहकर गए थे कि मार्च 2023 के बाद किसान को रात में बिजली लगाने के लिए खेत में जाने की ज़रुरत नहीं है। क्या हुआ आपको बिजली मिली ? दिन में तारे दिखाई देते हैं। राठौड़ ने कहा कि इस सरकार के राज में ही सर्वाधिक महंगी बिजली राजस्थान में है। कांग्रेस ने 52 पैसे प्रति यूनिट और 7 पैसे अडानी कर के साथ करीब औसतन 59 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल सरचार्ज जनता से वसूला और अब आखिरी के कुछ माह पहले 200 यूनिट तक फ्यूल सरचार्ज माफ करने का नाटक कर रही है। 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली जनता को मिल नहीं रही है। इसके विपरीत फ्री बिजली के नाम पर उपभोक्ताओं के घर पहले से अधिक बढ़े हुए बिल समय पर आ रहे हैं, लेकिन बिजली फिर भी नहीं आ रही है।
राठौड़ ने कहा कि यह सरकार विज्ञापनों की सरकार है। अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना विज्ञापन में अच्छी दिखाई देती हैं पर इसमें बड़े स्तर पर हुआ भ्रष्टाचार जमीनी स्तर पर साफ दिख दे रहा है। अन्नपूर्णा किट में तेल में मिलावट, मिर्ची में मिलावट, हल्दी, धनिया और नमक में मिलावट। आगे राठौड़ ने कहा ऐसी मिलावट कभी नहीं देखी कि सरकार स्वयं ही आमजन को अमानक खाद्य पदार्थ बांटकर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ करे। भ्रष्टाचार में डूबी कांग्रेस सरकार अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना 3 हजार करोड़ की है। पहले नागरिक आपूर्ति विभाग इसे पूरा करने वाला था लेकिन कमीशन की बात नहीं बैठने से सहकारिता विभाग को इसका जिम्मा सौंप दिया गया।
राठौड़ ने कहा कि स्मार्टफोन भी विज्ञापन में ही अच्छा है। हकीकत में तो यह घटिया स्मार्टफोन अलमारी में रख-रखे ही फट जाता है। 1 करोड़ 35 लाख माताओं और बहनों को फ़ोन देने के लिए सिर्फ ढाई हज़ार करोड़ का प्रावधान किया गया हैं। मैंने विधान सभा में सवाल किया तो सरकार द्वारा कहा गया कि सिर्फ 40 लाख को फ़ोन देंगे, लेकिन अब 17 लाख पर आकर अटकी है। इन्होंने माताओं और बहनों में भी भेदभाव कर दिया। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार झूठ की एक और शहरी इंदिरा गांधी रोज़गार गारंटी योजना चला रही है। अगर झुंझुनूं और मंडावा में कांग्रेस के चहेतों के अलावा किसी को रोज़गार मिला हो तो बता देना। कांग्रेस के राज में आज भ्रष्टाचार के लूट की दुकान चल रही हैं। 50 प्रतिशत तक कमीशन दिया जाता है। बिना इसके कोई भी काम नहीं हो सकता है। इससे बड़ा दुर्भाग्य और कुछ नहीं हो सकता है।
राठौड़ ने कहा कि सरकार अपने अंतिम कार्यकाल में हैं। कांग्रेस की जब पूरी जमीन खिसक गई, तब वह महात्मा गांधी के नाम पर 50 हजार युवाओं को भर्ती कर उन्हें 4500 रुपए देने की बात कह रही हैं। ये युवा करेंगे क्या? सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस की झूठी योजनाओं का प्रचार और प्रसार। माननीय हाईकोर्ट ने इस भर्ती पर रोक लगा दी है। इससे पहले सरकार ने राजीव गांधी के नाम से 50 हजार वालंटियर्स भर्ती कर कर 17 हजार मानदेय और राजीव गांधी युवा मित्र के नाम पर 2500 युवाओं को भर्ती कर 32 हजार रुपए का मानदेय देगी। इसकी आड़ में कांग्रेस के असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को साधने का काम कर रही है। इस भ्रष्ट सरकार को वोट की चोट से उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है।