अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज के विरोध में दो गांधी: योगी सरकार के खिलाफ आए कांग्रेस-बीजेपी सांसद राहुल और वरुण गांधी
नई दिल्ली: लखनऊ में शनिवार को सहायक शिक्षक भर्ती मामले में अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के मामले में राहुल और वरुण गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला किया है. राहुल गांधी ने कहा है कि रोजगार मांगने वालों पर यूपी सरकार लाठियां मार रही है. वहीं बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी इस मुद्दे पर योगी सरकार पर हमला किया. वरुण ने कहा कि ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है.
बता दें कि यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. राज्य में 69,000 शिक्षकों की भर्ती मामला बीते काफी समय से गर्माया हुआ है. परीक्षार्थी इस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं. उनका आरोप है कि शिक्षकों की भर्ती में धांधली हुई.
शनिवार को इन छात्रों ने सीएम आवास की ओर कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प हो गई. इसी दौरान पुलिस ने उन्हें लाठियों से जमकर पीट दिया. कई अभ्यर्थियों ने रेलिंग से कूदकर अपनी जान बचाई. परीक्षार्थियों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा.
रोज़गार माँगने वालों को #UP सरकार ने लाठियाँ दीं-
जब भाजपा वोट माँगने आए तो याद रखना!
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस लाठीचार्ज का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा कि रोज़गार मांगने वालों को यूपी सरकार ने लाठियां दीं, जब भाजपा वोट मांगने आए तो याद रखना!
ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज।
अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता??
आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं??
वहीं पिछले कुछ दिनों से अपनी ही सरकार के खिलाफ बागी रुख अख्तियार किए हुए बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी ट्विटर पर वीडियो पर शेयर किया. उन्होंने कहा, 'ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है. इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज. अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता? आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं?.'
बता दें कि अभ्यर्थी पांच महीने से लगातार अपनी मांगों को लेकर एससीईआरटी कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे हैं.