देहरादून। उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर मंगलवार को भी बारिश जारी रही जबकि पिछले 24 घंटों में पहाड़ों से भूस्खलन होने और बोल्डर गिरने से नौ व्यक्तियों की मौत हो गयी और 13 अन्य घायल हो गए । राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई मार्गों के बार-बार भूस्खलन के कारण बंद होने से सामान्य जनजीवन के साथ ही चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो रही है जबकि मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए पर्याप्त सावधानी बरतने को कहा है। लगातार बारिश से गंगा, यमुना तथा अन्य सभी नदियां उफान पर हैं जिससे कुछ स्थानों पर उन पर बने पुल भी बह गए हैं। जोशीमठ के पास सीमावर्ती इलाके में जुम्मागाड़ बरसाती नदी में बाढ़ आने से नीति घाटी को जोड़ने वाली जोशीमठ-मलारी सड़क पर बना पुल बह गया जिससे करीब एक दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया। पिथौरागढ़ जिले में धारचूला क्षेत्र के रांथी गांव में काली नदी का जलस्तर बढ़ने से तीन-चार मकान बह गए । हांलांकि, उनमें से केवल एक मकान में ही लोग रह रहे थे और उन्हें भी पूर्व में ही अन्यत्र स्थानांतरित किया जा चुका था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी बारिश के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अनावश्यक यात्रा करने से बचने का अनुरोध किया है।
गंगोत्री राजमार्ग के बाधित होने से गंगोत्री और गंगनानी के बीच तीन-चार हजार यात्री फंस गए हैं जिन्हें उत्तरकाशी जिला प्रशासन द्वारा वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है। उत्तरकाशी जिले में भटवाड़ी क्षेत्र के गंगनानी में सोमवार रात भारी बारिश के दौरान हुए भूस्खलन के मलबे में तीन यात्री वाहन दब गए जिससे उनमें सवार मध्य प्रदेश के तीन श्रद्धालुओं समेत चार की मृत्यु हो गयी और सात अन्य श्रद्धालु घायल हो गए । भटवाड़ी के उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने बताया कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी पुल के पास हुई घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल की टीम मौके पर पहुंचीं और उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया । चौहान ने बताया कि मौके पर चार व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी जिनकी पहचान मध्य प्रदेश के भोपाल की पुष्पा चौहान (65) तथा देवास के अंशुल मंडलोई और योगेंद्र सोलंकी (दोनों 23) के रूप में हुई है। मरने वालों में हरियाणा का रहने वाला वाहन चालक रवि बघेल (50) भी शामिल है। चौहान के अनुसार इस घटना में सात अन्य लोग घायल हुए हैं जिनमें से दो की स्थिति गंभीर है । उनमें से इंदौर की रहने वाली शोभा (76) को बेहतर इलाज के लिए हैलीकॉप्टर के माध्यम से ऋषिकेश एम्स ले जाया गया है । उपजिलाधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश एवं पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने के कारण बचाव कार्य में दिक्कतें आईं । जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि मलबे की जद में आये तीन वाहनों में मध्य प्रदेश के 31 तीर्थयात्री सवार थे जो गंगोत्री धाम के दर्शन कर लौट रहे थे । एक अन्य घटना में रूद्रप्रयाग जिले में सोमवार रात रूद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्यूंगाड़ में पहाड़ से गिरे बोल्डर की चपेट में आकर एक मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त हो गयी जिससे उस पर सवार उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर के रहने वाले श्रद्धालु 34 वर्षीय बलबीर शर्मा की मृत्यु हो गयी । इस हादसे में उनका जुड़वां भाई महावीर शर्मा घायल हो गया।
देहरादून जिले के कालसी क्षेत्र में हरिपुर-कोटी-ईच्छाड़ी मार्ग पर मंगलवार सुबह एक वाहन पहाड़ से अचानक गिरे बोल्डर की चपेट में आ गया जिससे उसमें सवार तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा तीन अन्य घायल हो गए। एक और घटना में, अल्मोड़ा जिले के रानीखेत क्षेत्र के ज्योली में मंगलवार को भारी बारिश के दौरान एक कार खाई में गिर गयी जिसमें एक शिक्षक की मौत हो गयी तथा दो अन्य घायल हो गए । उधर, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण फंसे कांवड़ियों तथा तीर्थयात्रियों को मलबा साफ कर धीरे-धीरे वापस लाया जा रहा है जबकि गंगोत्री की ओर जाने वाले यात्रियों को भी एहतियातन कई स्थानों पर रोक दिया गया है। रूद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक डा विशाखा अशोक भदाणे ने जिले में हो रही बारिश के कारण पहाड़ों से भूूस्खलन और बोल्डर गिरने के मददेनजर केदारनाथ आ रहे श्रद्धालुओं से अनावश्यक आवागमन न करने की अपील की है। भदाणे ने कहा कि केदारनाथ धाम आ रहे श्रद्धालुओं और कांवड़ियों से अनुरोध है कि जिले में जारी लगातार बारिश को देखते हुए अपनी यात्रा करें और अपने को सुरक्षित रखें। उन्होंने लोगों से रूद्रप्रयाग संगम में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए उससे दूरी बनाए रखने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बारिश के बीच देहरादून में वर्षा-प्रभावित क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया तथा आईएसबीटी में सड़क पर जलभराव को देखते हुए देहरादून की जिलाधिकारी को उसके कारणों की जाँच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।