असम और अरुणाचल प्रदेश समेत पूरे पूर्वोत्तर भारत में बारिश और भूस्खलन ने भारी तबाही हुई है. अरुणाचल की राजधानी ईटानगर में भारी बारिश की वजह से हाल ही में अलग-अलग जगहों पर भूस्खलन हुए, जिनमें चार लोगों की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए. वहीं लोहित जिले के तेजू कस्बे में भी बाढ़ आई हुई है.
पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस सप्ताह के शुक्रवार तक भारी से भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया था और चेतावनी भी जारी की थी.
रविवार की रात ईटानगर की योगोमसो कॉलोनी में भूस्खलन की सूचना मिली थी. बताया गया था कि इसमें एक ही परिवार के तीन सदस्य मलबे में दब गए. SDRF, NDRF और अरुणाचल प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम ने जेसीबी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. जिसके बाद 35 वर्षीय संदीप बर्मन और 15 साल के तापस राय को मलबे से निकाला गया था, हालांकि अब तक इसमें तापस राय की मां कुसुम राय का पता नहीं चल पाया था. इसके अलावा ईटानगर के जुलांग इलाके के पास दूसरा भूस्खलन हुआ, जिसमें अरुणाचल के पीडब्ल्यूडी के दो मजदूरों की मौत हो गई. 45 साल की ताई याई नाम की एक महिला और 52 साल के एक पुरुष तेग बहादुर सोनार ने अपनी जान गंवा दी.
ईटानगर के डिप्टी कमिश्नर तालो पोटोम ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, साथ ही उन्होंने नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है. अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले के तेजू शहर में बाढ़ ने नागरिकों के बीच कहर बरपा रखा है. शहर के मेयर ने बताया बाढ़ से दस से अधिक घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और बह गए हैं. तेजू नाला और लोहित नदी दो दिनों से उफान पर हैं और खतरे के निशान को पार कर गई है.
जिला प्रशासन एनडीआरएफ के साथ बाढ़ प्रभावित घरों को खाली कराने और बचाव कार्य में जुटा है. रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग 415 पर ईटानगर से नाहरलागुन के बीच मोदिरिजो गांव में कुछ घर बह गए. भूस्खलन के कारण ईटानगर और होलोंगी के बीच यातायात कुछ समय के लिए रोक दिया गया था. मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण ईटानगर शहर में भूस्खलन के कारण लोगों की मौत पर दुख और चिंता व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा नियमानुसार मृतकों को मदद राशि और घायलों को राहत प्रदान की जाएगी.