महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाला आतंकी लंबू, पुलवामा हमले में शामिल होने से मिली मौत
2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में शामिल रहे।
2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में शामिल रहे आतंकवादी इस्माल अल्वी उर्फ सैफुल्ला सहित जैश-ए-मोहम्मद के दो बड़े दहशतगर्दों को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में ही सुरक्षाबलों ने शनिवार को ढेर कर दिया। लंबू और अदनान जैसे नामों से भी पहचाने जाने वाला आतंकी लंबे समय से फरार चल रहा था, लेकिन महिलाओं के साथ उसकी गंदी हरकतों ने उसे सुरक्षाबलों की रडार पर ला दिया।
विक्टर फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल रश्मि बाली ने बताया कि जैश प्रमुख मसूद अजहर के परिवार से ताल्लुक रखने वाला यह आतंकवादी पिछले कुछ दिनों से त्राल इलाके में महिलाओं का यौन उत्पीड़न कर रहा था। स्थानीय लोगों और पीड़ित महिलाओं ने सुरक्षाबलों से शिकायत की तो सुरक्षाबलों को वह सफलता मिली, जिसका उन्हें लंबे समय से इंतजार था।
विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग रश्मि बाली ने कहा, ''हमें जम्मू कश्मीर पुलिस और स्थानीय लोगों से आतंकियों के मूवमेंट के बारे में काफी जानकारी मिल रही थी। वह (सैफुल्ला) स्थानीय लोगों से, आमतौर पर त्राल इलाके में दुर्व्यवहार कर रहा था। पिछले 15 दिनों में हमें उस इलाके में कुछ महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न की तीन शिकायतें मिली थीं।''
आईईडी विशेषज्ञ इस्माल अल्वी ने ही पुलवामा हमले के आत्मघाती हमलावर को प्रशिक्षित किया था। इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि मारे गए दूसरे आतंकवादी की पहचान पुलवामा के रहने वाले समीर डार (ए प्लस श्रेणी का आतंकवादी) के तौर पर की गई है। वह पुलवामा हमले में शामिल था और मामले की जांच कर रहे राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआई) ने अपने आरोपपत्र में भी उसे नामजद किया है
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को आदिल डार नामक आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले के लेथपोरा में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर जा रहे सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर विस्फोटकों से लदी कार में विस्फोट कर दिया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे जबकि कई अन्य घायल हुए थे। कश्मीर के महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने बताया कि शनिवार के घटनाक्रम के साथ ही पुलवामा हमले के 19 आरोपियों में से 8 आतंकवादी अबतक मारे जा चुके हैं।