पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले लक्ष्य सेन ने सीएम धामी से मुलाकात की
नई दिल्ली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को अपने सीएम आवास पर युवा भारतीय बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन से मुलाकात की। इस दौरान लक्ष्य सेन के माता निर्मला सेन, पिता के.डी सेन और उत्तराखंड बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव बी.एस मनकोटी भी मौजूद रहे। सीएम धामी ने पेरिस ओलंपिक 2024 में चौथे स्थान पर रहे बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की।
इस दौरान उन्होंने पेरिस ओलंपिक में शानदार खेल के प्रदर्शन के लिए लक्ष्य सेन को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सीएम धामी ने लक्ष्य सेन को आगामी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि आगामी खेलों में पूरे समर्पण से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें। प्रदेश सरकार और राज्य की जनता आपके साथ है।
सीएम धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ए्क्स पर लिखा, ''शासकीय आवास पर पेरिस ओलंपिक 2024 की बैडमिंटन प्रतिस्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करने वाले शटलर और देवभूमि उत्तराखंड के सपूत लक्ष्य सेन जी ने सपरिवार भेंट की। विश्व के सबसे बड़े खेल मंच पर पहुंचना और अनुभवी प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देना लक्ष्य के बेहतरीन खेल कौशल को परिलक्षित करता है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि भविष्य में लक्ष्य अपनी शानदार खेल प्रतिभा से देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। भविष्य के लिए अनंत शुभकामनाएं।''
मालूम हो कि, भारत के युवा बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन का पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने का सपना टूट गया था। उन्हें मलेशिया के विश्व नंबर 7 ली ज़ी जिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। 71 मिनट तक चले इस कड़े मुकाबले में लक्ष्य 21-13, 16-21, 11-21 से हार गए थे। हालांकि लक्ष्य ने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया था। वह सेमीफाइनल और कांस्य पदक मैच में भी पहला गेम जीत गए थे। लेकिन भाग्य का साथ नहीं मिलने के कारण और चोट ने उन्हें अपने पहले ओलंपिक में पदक से वंचित कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने आवास पर भारत के पेरिस ओलंपिक एथलीटों से मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया था। इस दौरान लक्ष्य सेन ने अपने डेब्यू के दौरान आई चुनौतियां और खास क्षणों का अनुभव पीएम मोदी के साथ शेयर किया था। उन्होंने बताया कि शुरू से ही उनके मैच लंबे थे और हर मुकाबले में उन्हें कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा, जिसके लिए उन्हें शांत रहने और संयम बनाए रखने की आवश्यकता थी। इन तमाम चुनौतियों के बावजूद उन्होंने अन्य खिलाड़ियों के साथ घुलने मिलने के लिए समय निकाला, अक्सर साथ डिनर किया और अन्य अंतरराष्ट्रीय एथलीटों से भी मिले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सेन के प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें याद दिलाया, "आप 'देवभूमि' से हैं और अब आप एक सेलिब्रिटी हैं।" प्रधानमंत्री के शब्दों ने सेन की उपलब्धियों में राष्ट्र के गौरव को उजागर किया, भले ही वे पदक के बिना ही क्यों न हों।