लखीमपुर खीरी: यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार (3 अक्टूबर) को हुए बवाल के बाद सियासी घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सपा समेत तकरीबन सभी विपक्षी दल के नेता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष व यूपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. इस बीच, कांग्रेस ने सोमवार को एक वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लखीमपुर खीरी की घटना का बताया है. कांग्रेस के अलावा, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और कई अन्य नेताओं ने भी वीडियो साझा करते हुए निशाना साधा है.
सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किए जा रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि एक गाड़ी कुछ लोगों को रौंदते हुए निकल जाती है. कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के नेताओं का दावा है कि यह वीडियो लखीमपुर की घटना का है, जिसमें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष पर गाड़ी को किसानों पर चढ़ाने का आरोप पहले से ही लग रहा है. इसी सिलसिले में आशीष के खिलाफ तिकुनिया थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है.
कांग्रेस ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ''लखीमपुर खीरी से बेहद परेशान करने वाले दृश्य.'' हालांकि, वीडियो में यह स्पष्ट तौर पर नहीं दिखाई दिया कि गाड़ी कौन चला रहा था, लेकिन गाड़ी एक पगड़ी पहने शख्स के ऊपर चढ़ते हुए दिखाई दी. इसके बाद गाड़ी ने कई और लोगों को भी टक्कर मारी. घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. ट्विटर पर यह वीडियो विपक्षी दलों समेत कई लोग तेजी से शेयर रहे हैं. हालांकि, 'जनता से रिश्ता' इस वीडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी वीडियो को शेयर करते हुए सरकार पर निशाना साधा है. संजय सिंह ने लिखा कि क्या इसके बाद भी कुछ प्रमाण चाहिए? देखिए सत्ता के अहंकार में चूर गुंडे ने किसानों को अपनी गाड़ी के नीचे रौंदकर मार दिया. उधर, यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने भी वीडियो शेयर किया है. उन्होंने लिखा कि यह है राज्य प्रायोजित लखीमपुर नरसंहार का सबसे दिल दहला देने वाला सबूत. सबसे दुखद वीडियो.''
रविवार दोपहर लखीमपुर खीरी में हुए बवाल में चार किसानों समेत आठ लोगों की जान चली गई. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष की गाड़ी को किसानों पर चढ़ाए जाने का आरोप लगा है. विपक्षी दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया. इसके अलावा, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा समेत अन्य नेताओं को भी लखीमपुर खीरी नहीं जाने दिया गया. मामले में किसानों ने केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.
जबकि दूसरी तरफ, किसानों के पीड़ित परिवारों के लिए सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है. किसान पक्ष से प्रशासन की सहमति के बाद शवों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है.