हाइटेंशन लाइन की चपेट में आया मजदूर, दर्दनाक मौत

Update: 2024-05-01 05:17 GMT
सोनभद्र। जिला मुख्यालय स्थित राजकीय बालिका इंटर कालेज में नवर्निर्मित गार्ड रूम की पुताई के दौरान हाइटेंशन लाइन की जद में आकर मजदूर की दर्दनाक मौत का मामले में नया मोड़ आ गया है। मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर परिवार के लोगों ने जहां, पीएम के बाद भी शव को देर तक पीएम हाउस पर ही रोके रखा। वहीं, मृतक के भाई की तरफ से, पुलिस को दी गई तहरीर में कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी के जेई, ठेकेदार, विद्यालय के प्रधानाचार्य और एक्सईएन विद्युत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। वहीं, कांग्रेस की तरफ से भी मजदूर की मौत पर अब तक कार्रवाई न होने को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं।
बताते चलें कि सिविल लाइंस रोड से जिला पंचायत कार्यालय के लिए गई सड़क पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज स्थित है। गत रविवार की शाम गेट के पास निर्मित भवन की पुताई का काम चल रहा था। छत के किनारों पर पुताई के दौरान, पास से गुजरे 11 हजार वोल्टेज वाले हाइटेंशन तार ने मजदूर को चपेट में ले लिया और चंद मिनट में ही उसकी गर्दन धड़ से अलग हो गई। यह हृदयविदारक नजारा देख, मौजूद लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। हाइटेंशन तार से बिल्कुल सटकर भवन का निर्माण करने, खतरे की स्थिति के बावजूद, तार के पास मजदूूर को कार्य पर लगाए जाने को लेकर सवाल उठाए गए। कार्रवाई की मांग भी की गई। पुलिस की तरफ से सोमवार को शव का पीएम कराया गया। पीएम के बाद परिवार के लोगों ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग करते हुए, देर तक शव को पीएम हाउस पर ही रोके रखा। किसी तरह पुलिस ने समझा-बुझाकर परिजनों को मृतक के अंतिम संस्कार के लिए राजी किया। परिजनों का दावा है कि पुलिस को एक तहरीर भी सौंपी गई है लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई सामने नहीं आई है।
मृतक के बड़े भाई ललित कुमार गुप्ता पुत्र अलगू साह निवासी करमोहरा थाना राबर्टसगंज की तरफ से दी गई तहरीर में कहा गया है कि उसका छोटा भाई गणेश गुप्ता और तीन-चार अन्य मजदूर, पीडब्ल्यूडी ठेकेदार के जरिए, राजकीय बालिका इंटर कालेज, राबटर्सगंज में निर्मित कक्ष में पुट्टी पुताई का कार्य कर रहे थे। गत रविवार की शाम साढ़े पांच बजे के करीब गणेश पुट्टट्टी का कार्य समाप्त कर घर जा रहा था। उसी दौरान ठेकेदार वहां पहुंचा और गणेश से कहा कि थोडा सा और काम है, उसको कर दो नहीं तो मेरा पेमेंट पास नहीं हो पाएगा। ठेकेदार के दबाव में आकर गणेश कुछ समय के लिये पुनः पुट्टी करने लगा, उसी दौरान वह बिल्डिंग के पास से गुजरे 11 हजार वोल्टेज के नंगे तार की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। तहरीर में कहा गया है कि ठेकेदार और विद्यालय प्रबंधन की तरफ से बगैर किसी सुरक्षा-सुविधा के ही जोखिम भरा कार्य कराया जा रहा था जिसके चलते यह हादसा हुआ।
परिवार वालों की तरफ से हादसे के लिए कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी के संबंधित ठेकेदार, संबंधित अवर अभियंता, राजकीय बालिका इंटर कालेज के प्रधानाचार्य और विद्युत विभाग के एक्सईएन को जिम्मेदार ठहराया गया है और उनके खिलाफ राबटर्सगंज पुलिस से एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है। कांग्रेस प्रवक्ता शत्रुंजय मिश्रा ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर निर्माण और पुताई का कार्य कराए जाने के चलते हुए हादसे को लेकर अब तक किसी जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई न होने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। बयान जारी कर कहा कि इस हादसे में, 48 घंटे बाद भी किसी जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई न होना यह साबित करता है कि मौजूदा प्रदेश सरकार के लिए मजदूरों और गरीबों के जान की कोई कीमत नहीं है। मांग की है कि इस मामले में संबंधित कार्यदायी संस्था, प्रबंधन और बिजली विभाग के जिम्मेदारों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
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