देश में कोविड-19 की रफ्तार बेकाबू: अमरनाथ यात्रा के लिए रोका गया पंजीकरण, अप्रैल से हुआ था शुरू
देश में कोविड-19 की रफ्तार बेकाबू
कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (Shri Amarnathji Shrine Board) ने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और स्थिति में सुधार होते ही पंजीकरण फिर से शुरू कर दिया जाएगा.
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में लगातार बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने अमरनाथ यात्रा की पंजीकरण प्रक्रिया को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। बोर्ड द्वारा लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है और हालात में सुधार होते ही पंजीकरण प्रक्रिया को एक बार फिर से बहाल कर दिया जाएगा।
जम्मू कश्मीर में बाबा अमरनाथ की यात्रा आगामी 28 जून से शुरू होनी है। इसी के मद्देनजर यात्रा के लिए गत पहली अप्रैल से जम्मू कश्मीर बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और यस बैंक की 446 शाखाओं में पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई थी जबकि ऑनलाइन प्रक्रिया गत 15 अप्रैल से शुरू हुई थी। इस बार यात्रा 28 जून से शुरू होकर 22 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न होनी है।
श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की ओर से बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए तैयारियों को अमली जामा पहनाया जा रहा है। इस बार ऐसी भी व्यवस्था की गई है कि अगर कोई श्रद्धालु बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन हेलिकॉप्टर की बुकिंग करवाता है तो उसे यात्रा पंजीकरण करवाने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए श्रद्धालु को अपना स्वास्थ्य प्रमाण पत्र और हेलिकॉप्टर की टिकट ही दिखानी होगी। ऐसी स्थिति में श्रद्धालु को तत्काल यात्रा की अनुमति मिल जाएगी।
बाबा अमानाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की आयु कम से कम 13 वर्ष और अधिकतम 75 वर्ष निर्धारित की गई है। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की ओर से इस बार छह लाख श्रद्धालुओं के आने का बंदोबस्त किया गया है। चूंकि इस समय प्रदेश में कोरोना संकमण के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। पिछले दो दिनों में चार हजार से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इसी स्थिति को मद्देनजर रखते हुए श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की ओर से फिलहाल पंजीकरण अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। बोर्ड की ओर से लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है। कुछ दिन पहले ही सुरक्षाबलों का दल यात्रा मार्ग पर भेज दिया गया है ताकि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जा सकें।