जानिए कब खिलाएं बच्चो को सॉलिड फूड, इन साइन के दिखते ही खिलाना करें शुरू

बच्चों की शारीरिक और मानसिक ग्रोथ के लिए सॉलिड फूड

Update: 2024-05-13 10:05 GMT

बच्चों की शारीरिक और मानसिक ग्रोथ| बच्चों की शारीरिक और मानसिक ग्रोथ के लिए सॉलिड फूड काफी जरूरी होता है। वैसे तो 6 महीने के बच्चे को ठोस खाना खिलाना शुरू करते हैं। लेकिन ये सही नहीं है, जानिए कब खिलाएं

छोटे बच्चों को अक्सर 6 महीने का होने के बाद से ही ठोस खाना देना शुरू कर दिया जाता है। कुछ दादी-नानी बच्चों 4 महीने की उम्र से ही मां के दूध के अलावा चीजें देना शुरू कर देते हैं। बच्चे के विकास के लिए ठोस खाना जरूरी है, लेकिन ये कब देना है ये जानना सबसे जरूरी है। जरूरी नहीं की आप 6 महीने पूरे होते ही बच्चे को ठोस खाना देना शुरू कर दें। क्योंकि कई बार बच्चे तैयार नहीं होते हैं और उन्हें लूज मोशन जैसी समस्या होने लगती है। ऐसे में बच्चों में दिख रहे साइन को देखकर ही उन्हें ठोस खाना खिलाना शुरू करें-
जब बच्चा सीख जाए बैठना
6 महीने पूरे होने के बाद भी अगर बच्चा ठीक से नहीं बैठता है तो यह समय है कि आपको कुछ दिन रुकना चाहिए। ध्यान दें कि जब बच्चा कुर्सी पर सीधा बैठने लगे तो समझ लें कि वह ठोस खाना खाने को तैयार है। खाना खाकर बच्चे की सेहत ना बिगड़े इसके लिए ये ध्यान देना जरूरी है कि बच्चा सही से बैठने लगे।
सिर पर नियंत्रण
कुछ बच्चों का सिर स्थिर नहीं हो पाता है। अगर बच्चे का सिर स्थिर नहीं हो रहा है तो बच्चे को घुटन हो सकती है। जब सिर स्थिर होगा तो उन्हें खाना ठीक से निगलने में मदद मिलती है।
जब चीजों को चबाए बच्चा
अगर आपका बच्चा खिलौनों या दूसरी चीजों को मुंह में लेता है और चबाता है, तो यह संकेत दे सकता है कि वह खाना खाने के लिए तैयार है। आप बच्चों को चबाने के लिए खीरा, गाजर दे सकते हैं। ऐसा करने से बच्चों को टीथिंग में भी मदद मिलती है।

बच्चों की शारीरिक और मानसिक ग्रोथ के लिए सॉलिड फूड काफी जरूरी होता है। वैसे तो 6 महीने के बच्चे को ठोस खाना खिलाना शुरू करते हैं। लेकिन ये सही नहीं है, जानिए कब खिलाएं

छोटे बच्चों को अक्सर 6 महीने का होने के बाद से ही ठोस खाना देना शुरू कर दिया जाता है। कुछ दादी-नानी बच्चों 4 महीने की उम्र से ही मां के दूध के अलावा चीजें देना शुरू कर देते हैं। बच्चे के विकास के लिए ठोस खाना जरूरी है, लेकिन ये कब देना है ये जानना सबसे जरूरी है। जरूरी नहीं की आप 6 महीने पूरे होते ही बच्चे को ठोस खाना देना शुरू कर दें। क्योंकि कई बार बच्चे तैयार नहीं होते हैं और उन्हें लूज मोशन जैसी समस्या होने लगती है। ऐसे में बच्चों में दिख रहे साइन को देखकर ही उन्हें ठोस खाना खिलाना शुरू करें-

जब बच्चा सीख जाए बैठना

6 महीने पूरे होने के बाद भी अगर बच्चा ठीक से नहीं बैठता है तो यह समय है कि आपको कुछ दिन रुकना चाहिए। ध्यान दें कि जब बच्चा कुर्सी पर सीधा बैठने लगे तो समझ लें कि वह ठोस खाना खाने को तैयार है। खाना खाकर बच्चे की सेहत ना बिगड़े इसके लिए ये ध्यान देना जरूरी है कि बच्चा सही से बैठने लगे।


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