किसान यूनियन आज दिल्ली की सीमाओं का करेंगे घेराव

Update: 2023-06-05 01:55 GMT

दिल्ली। पहलवानों और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह के बीच चल रही रार अभी खत्म नहीं हुई है. पहलवानों के समर्थन में महापंचायतों का दौर जारी है. बता दें कि पहलवानों के समर्थन में किसान नेताओं के साथ-साथ खाप भी आ गई हैं. 28 मई के दिन जंतर-मंतर पर पहलवानों के खिलाफ हुई पुलिसिया कार्रवाई को लेकर रोष है. खास तौर पर महिला पहलवानों के साथ की गई सख्ती को उनके साथ हुई बदसलूकी के तौर पर देखा गया था. किसान और खाप इसे लेकर सरकार का विरोध कर रहे हैं. वहीं अलग-अलग महापंचायत करके विचार कर रहे हैं कि क्या रणनीति बन जाए.

उधर भारतीय किसान यूनियन ने चेताया है कि वह आज यानि 5 जून से दिल्ली की सीमाओं का घेराव करेंगे. असल में 28 मई की घटना के बाद पहलवान हरिद्वार पहुंचे थे, जहां वह अपने जीते हुए पदकों को गंगा में बहाने वाले थे. इस दौरान किसान नेता नरेश टिकैत और राकेश टिकैत ने वहां पहुंचकर पहलवानों को ऐसा करने से रोका था और खुद उनके मेडल उनसे ले लिए थे. इसी के साथ उन्होंने सरकार को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया था, जिसका आज यानी सोमवार को आखिरी दिन है. बीकेयू ने चेतावनी दी है कि पहलवानों को न्याय नहीं मिला तो वहीं वह दिल्ली की सीमाओं का घेराव करेंगे.

बता दें कि पहलवानों के समर्थन में अलग-अलग गांवों में खापों की पंचायत भी जारी है. रविवार को सोनीपत के मुंडलाना गांव में भारतीय किसान यूनियन चढूनी संगठन नेतृत्व में सर्व समाज महापंचायत आयोजित की गई थी. पंचायत में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, पहलवान बजरंग पूनिया ने शिरकत की. बजरंग पुनिया ने कहा कि हम सभी संगठनों को लेकर एक महापंचायत बुलाएंगे जिसे पहलवान महापंचायत का नाम दिया जाएगा. उसी पंचायत में आगामी रणनीति का फैसला किया जाएगा.


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