नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस अब पूरे देश में पांव फैलाने लगी है। पार्टी अन्य दलों के असंतुष्ट नेताओं के लिए सबसे मुफीद जगह बनती जा रही है। टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी फिलहाल दिल्ली में हैं। उनके इस दौरे के दौरान कांग्रेस और जेडीयू के नेताओं ने टीएमसी ज्वाइन कर ली हैं। ये नेता बिहार के कीर्ति आजाद, पवन वर्मा और हरियाणा के पूर्व कांग्रेसी अशोक तंवर हैं। इनमें जेडीयू नेता पवन वर्मा ने टीएमसी का दामन थाम लिया है।
कीर्ति आजाद
पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद साल 1983 की विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा रहे हैं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले वह बीजेपी में थे। आजाद ने साल 1999 और 2009 में दरभंगा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत भी दर्ज की थी। इसके बाद साल 2014 में भी वह बीजेपी के टिकट पर दरभंगा सीट से चुनकर संसद पहुंचे थे। डीडीसीए को लेकर बीजेपी के दिवंगत नेता अरुण जेटली के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद आजाद को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद भी बीजेपी में थीं लेकिन साल 2017 में उन्होंने बीजेपी छोड़ आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था। इसके अगले साल ही उन्होंने आप का साथ भी छोड़ दिया और कांग्रेस में शामिल हो गईं। वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे कीर्ति आजाद ने बीजेपी से निष्कासित होने के बाद फरवरी 2019 में कांग्रेस का झंडा थाम लिया। कीर्ति आजाद के पिता कांग्रेसी थे। ऐसे में साल 2015 में बीजेपी से निलंबन के तुरंत बाद पार्टी ने उन्हें सदस्यता का न्योता दिया था।