पटना। राजधानी पटना के बिहटा में फिरौती के लिए 12 साल के छात्र तुषार का अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सोमवार को छात्र तुषार का शव पंहुचते ही गांव में कोहराम मच गया। आक्रोशित हुए ग्रामीणों ने सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण तुषार की जान गई। बेटे के गायब होने के तुरंत बाद उसके पिता थाने गये थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें भगा दिया और कल आने को कहा था। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़कों पर जमकर बवाल किया। सड़क पर आगजनी करते हुए लोगों ने हंगामा किया। हंगामे के कारण यातयात बाधित रहा। आक्रोशित लोगों के एक जत्था ने शव को बिहटा चौक पर जाम कर दिया। गुस्साए लोगों ने छात्र का अपहरण कर हत्या करने वाले शिक्षक मुकेश कुमार के कन्हौली में स्थित स्कूल पर धावा बोल दिया। लोगों ने वहां जमकर तोड़फोड़ करते हुए टेबल, बेंच आदि को सड़क पर लाकर उसमें आग लगा दिया।
लोग हत्यारे की फांसी, बिहटा थाना प्रभारी का निलंबन, कन्हौली बाजार पर पुलिस चौकी एवं जिलाधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे थे। वहीं, मृतक के स्वजन में चीख-पुकार मची है। लोगों का मुख्य आरोप बिहटा थानेदार पर है। वे बिहटा के थानेदार को बर्खास्त करने के साथ साथ गिरफ्तार करने की भी मांग कर रहे थे। लोगों का आरोप है कि अगर बिहटा पुलिस ने उसी वक्त सक्रियता दिखायी होती तो तुषार की हत्या नहीं होती। इस बीच बिहार पुलिस के प्रवक्ता और एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने पुलिस पर लग रहे आरोपों को नकार दिया। उन्होंने मीडिया के सवालों पर कहा कि लोगों के किसी आक्रोश की जानकारी उन्हें नहीं है। मुझे जो जानकारी है उसके मुताबिक पुलिस की अलग अलग टीम इस मामले में अलग-अलग लेवल पर काम कर रही थी। फिर भी मीडिया अगर जानकारी दे रहा है तो इसकी जांच करायी जाएगी। अगर कोई शिथिलता है तो उस पर कार्रवाई की जायेगी। बता दें कि बिहटा के कन्हौली निवासी सह शिक्षक राज किशोर पंडित के 12 वर्षीय इकलौते पुत्र तुषार कुमार को उसके शिक्षक ने ही अगवा किया था और अपहरण के डेढ़ घंटे बाद ही उसकी हत्या कर दी थी। फिर उसी के मोबाइल से उसके पिता को वायस मैसेज भेज 40 लाख की फिरौती मांग रहा था।