Kerala: विपक्ष के नेताओं ने किया दहेज विरोधी हेल्प डेस्क शुरू, 87 वकील देंगे कानूनी राय
केरल में कथित तौर पर दहेज उत्पीड़न की बार-बार हो रही घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए,
केरल में कथित तौर पर दहेज उत्पीड़न की बार-बार हो रही घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने प्रभावित महिलाओं की मदद के लिए तिरुवनंतपुरम में अपने कार्यालय में 'दहेज विरोधी हेल्प डेस्क' की शुक्रवार को शुरुआत की. वीडी सतीशन ने तिरुवनंतपुरम में प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी और पार्श्व गायिका अपर्णा राजीव के साथ संयुक्त रूप से पहल का उद्घाटन करने के बाद कहा कि दहेज के कारण जो महिलाएं मानसिक एवं शारीरिक दुर्व्यवहार का शिकार होती हैं, वो निर्धारित टोल फ्री नंबर पर कॉल करने के बाद हेल्प डेस्क पर मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त कर सकती हैं.
राज्य की विभिन्न अदालतों से जुड़े 87 वकीलों का नेटवर्क जरूरतमंदों को हेल्प डेस्क के माध्यम से आवश्यक कानूनी समर्थन उपलब्ध कराएगा. विपक्ष के नेता ने राज्य में संस्थानों और संगठनों से इसी तरह के हेल्प डेस्क खोलने का आग्रह किया. दहेज देने और लेने के चलन की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि हाल में इस बुराई से जुड़े हत्या और आत्महत्या के मामले दक्षिणी राज्य में भी सुनने को मिले हैं.
'दहेज लेने और देने के बाद अब शादियां नहीं होनी चाहिए'
कांग्रेस नेता ने कहा कि केरल में दहेज लेने और देने के बाद अब शादियां नहीं होनी चाहिए. लड़के और लड़कियों को दहेज लेने या न देने का फैसला करना चाहिए. साथ ही कहा कि महिलाओं को समझना चाहिए कि दहेज के नाम पर आत्महत्या करने से बेहतर तलाक लेना है और समाज को उन्हें जीवन की चुनौतियों से लड़ने का विश्वास दिलाना चाहिए.
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि दहेज की समस्या के खिलाफ वीडी सतीशन की तरफ से आयोजित अभियान 'विद आवर डॉटर' के दूसरे चरण के तहत हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई. हाल में आयुर्वेद की छात्रा विस्मया की दहेज उत्पीड़न की शिकायत के बाद रहस्मयी परिस्थितियों में मौत हो जाने के बाद राज्य में इस बुराई के खिलाफ व्यापक आक्रोश देखने को मिला था.