हिजाब विवाद में केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान बोले- इस्लाम में ऐसे कई मामले हैं...पढ़े पूरी बात

Update: 2022-02-12 05:01 GMT

तिरुवनंतपुरम: कर्नाटक में स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब बैन को लेकर जारी विवाद के बीच केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, इस्लाम में ऐसे कई मामले हैं, जब महिलाओं ने हिजाब पहनने से इनकार कर दिया था.

आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, निहित स्वार्थ के लिए महिलाओं को काले युग में वापस ले जाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, हिजाब इस्लाम का आंतरिक हिस्सा नहीं है. 1986 में सरकार कट्टरपंथियों के दबाव में झुक गई थी, लेकिन यह सरकार दबाव में नहीं झुकेगी.
राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान ने कहा, छात्रों को मेरी सलाह है कि कक्षा में वापस जाएं और पढ़ाई करें. जीवन में बेहतर करने के लिए यहां सबसे अच्छा वातावरण मिलता है. केरल के राज्यपाल ने कहा, मैं पाकिस्तान के बयान पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. वहीं, इस मामले में मलाला की प्रतिक्रिया पर उन्होंने कहा, शायद उन्हें गलत जानकारी दी गई. भारत में कहीं भी हिजाब पर प्रतिबंध नहीं है. कुछ संगठनों में नियम होते हैं, जिनका पालन करना होता है.
आरिफ मोहम्मद ने सुनाया किस्सा
इतना ही नहीं आरिफ मोहम्मद खान ने अपनी बात को साबित करने के लिए पैगंबर मोहम्मद की रिश्तेदार कही जाने वाली एक महिला की कहानी भी सुनाई. उन्होंने कहा, ''मैं आपको सिर्फ एक उदाहरण देता हूं. एक युवा लड़की, जिसका पालन-पोषण पैगंबर के घर में हुआ था, वह पैगंबर की पत्नी की भतीजी थी. वह सुंदर थी. इतिहास यही कहता है. इसे पढ़िए. मध्यकाल में महिला का पति कूफा का तत्कालीन गवर्नर था, उसे हिजाब न पहनने के लिए फटकार लगाई गई थी.''
आरिफ मोहम्मद खान ने बताया कि इसके बाद महिला ने कहा, ईश्वर ने उसे सुंदर बनाया है और सर्वशक्तिमान ने उस पर सुंदरता की मुहर लगाई है. इसलिए मैं चाहती हूं कि लोग मेरी सुंदरता देखें और मेरी सुंदरता में भगवान की कृपा देखें. वे ईश्वर का शुक्रगुजार करें. केरल के राज्यपाल ने कहा, पहली पीढ़ी की महिलाओं ने इस तरह का व्यवहार किया है. मैं बस इतना कहना चाहता हूं.
क्या है हिजाब विवाद?
कर्नाटक सरकार ने राज्य में Karnataka Education Act-1983 की धारा 133 लागू कर दी है. इस वजह से अब सभी स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म को अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत सरकारी स्कूल और कॉलेज में तो तय यूनिफॉर्म पहनी ही जाएगी, प्राइवेट स्कूल भी अपनी खुद की एक यूनिफॉर्म चुन सकते हैं.
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