Kerala Assembly Election 2021: कांग्रेस को बड़ा झटका, वायनाड के 4 नेताओं ने दिया इस्तीफा
केरल में विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही दिन शेष हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: केरल में विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही दिन शेष हैं। वहीं, इससे ठीक पहले कांग्रेस की वायनाड और पलक्कड़ इकाई में पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। पिछले कुछ दिनों में वायनाड जिले से पार्टी के चार नेता इस्तीफा दे चुके हैं। यहां खास बात यह है कि वायनाड लोकसभा सीट से खुद राहुल गांधी सांसद हैं।
जिन्होंने पार्टी से किनारा किया है उनमें केपीसीसी सचिव एमएस विश्वनाथन, डीसीसी महासचिव अनिल कुमार, केपीसीसी कार्यकारी समिति के सदस्य केके विश्वनाथन और राज्य महिला कांग्रेस की सचिव सुजया वेणुगोपाल शामिल हैं। पार्टी ने इन बागियों के साथ शांति स्थापित करने के लिए वरिष्ठ नेताओं को रवाना किया है।इनमें से एमएस विश्वनाथन ने यह आरोप लगाते हुए बुधवार को इस्तीफा दे दिया था कि पार्टी नेतृत्व आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे में सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने में विफल रही है। बता दें कि विश्वनाथन कुरुमा आदिवासी समुदाय से आते हैं जो वायनाड में एक आदिवासी समुदाय का एक प्रमुख हिस्सा है।
एमएस विश्वनाथन ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीट बंटवारे में कुरुमा समुदाय की उपेक्षा की गई है। मेरे पास मेरे समुदाय का समर्थन है। उन्होंने कहा, 'डीसीसी (जिला कांग्रेस समिति) अध्यक्ष का पद और विधायक का पद यहां एक ही व्यक्ति के पास है। मैं इस मामले को लेकर पहले ही आपत्ति दर्ज करा चुका हूं।'उधर, सीपीआई (एम) ने विश्वनाथन को आश्वस्त किया है कि पार्टी उन्हें उचित स्थान देगी। हालांकि, विश्वनाथन के कांग्रेस पार्टी छोड़ते ही सीपीएम नेता ईएम शंकरन मौका देख कांग्रेस में शामिल हो गए। शंकरन भी कुरुमा समुदाय से आते हैं। ऐसे में कांग्रेस का संबंध कुरुमा समुदाय के मतदाताओं से पूरी तरह टूटा नहीं है।
दूसरी ओर, पलक्कड़ जिले में पूर्व डीसीसी अध्यक्ष और विधायक एवी गोपीनाथ ने यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष शफी परंबिल के खिलाफ चुनाव लड़ने की धमकी दी है। पलक्कड़ में कांग्रेस सांसद वीके श्रीकंदन डीडीसी अध्यक्ष हैं। गोपीनाथ ने कहा कि पार्टी ने उन्हें हाशिये पर रख दिया है और किसी संगठन में जगह नहीं दी है।