मसूरी में शुक्रवार दोपहर बाद हुई मूसलाधार बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। बारिश के कारण मसूरी देहरादून मार्ग गलोगी के पास मलबा आने से बंद हो गया। इसके चलते सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब तीन घंटे बाद मलबा हटाने के बाद वाहनों को निकाला गया तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
उधर, कैंपटी क्षेत्र में हुई भारी बारिश से कैंपटी फॉल अपने रौद्र रुप में फिर से दिखाई दिया। कैंपटी फॉल का विकराल रूप देख लोग घबरा गए। गनीमत रही कि पुलिस ने तेज बारिश होने पर पर्यटकों को पहले ही सुरक्षित स्थान पर भेज दिया था।
साथ ही फॉल में पानी बढ़ने पर कैंपटी झील मलबे से भर गई। कैंपटी निवासी बीरेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि क्षेत्र में भारी बारिश शुरू होते ही फॉल में पानी बढ़ना शुरू हो गया था।
काफी देर तक फॉल उफान पर रहा। इस दौरान वहां पर्यटक नहीं थे, साथ ही दुकानदारों ने भी एहतियातन दुकानें बंद कर दी। वहीं, बारिश के बाद भट्टा फॉल में भी पानी बढ़ गया। जिसके फॉल उफान पर आ गया।
शहर में हो रही बारिश ने स्थानीय लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा दी है। मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने बताया कि भारी बारिश के चलते गलोगी के पास पहाड़ का बड़ा हिस्सा एक दम सड़क पर आ गिरा। जिससे सड़क बंद हो गई और मार्ग में 200 से अधिक वाहन फंस गए।
सड़क बंद होने से गलोगी से कोल्हूखेत तक लंबा जाम लग गया। कहा मौके पर जेसीबी मशीन काफी देर तक नहीं पहुंचने से पर्यटकों को काफी परेशानी हुई। इसके बाद स्टेट डिजास्टर टीम को सूचना दी गई। लोक निर्माण विभाग अपर सहायक अभियंता पुष्पेन्द्र कुमार खैरा ने बताया कि रास्ता खोल दिया गया है।
वहीं, भारी बारिश से लोगों के रोजमर्रा के कामकाज पूरी तरह से ठप हो गए। साथ ही बारिश के चलते शहर के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। जिससे सुबह-शाम ठंड़ बढ़ गई है। शहर में बारिश के चलते पर्यटकों की संख्या भी लगातार कम हो रही, जिससे पर्यटन व्यवसाय पर भी असर पड़ा।