दिल्ली। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणी और फैसले का जिक्र करते हुए एक बार फिर से दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल के पास तुष्टिकरण, प्रचार और भ्रष्टाचार करने के लिए पैसा है लेकिन आरआरटीएस प्रोजेक्ट के लिए पैसा नहीं है। उन्हें जनता की सहुलियत और जनता का हित पसंद नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आज अरविंद केजरीवाल गैरकानूनी कार्य का पर्याय बन गए हैं और उनके पास संविधान और कानून पढ़ने के लिए समय नहीं है। भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि दिल्ली से मेरठ को जोड़ने वाली आरआरटीएस जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लेकर केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में लगातार कहते रहे हैं कि उनके पास इस प्रोजेक्ट के लिए अपने हिस्से का फंड देने के लिए पैसे ही नहीं हैं। आरआरटीएस प्रोजेक्ट के लिए केजरीवाल को 1,138 करोड़ रुपये देने थे लेकिन नहीं दिए।
उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल के पास प्रचार के लिए 1,106 करोड़ रुपये हैं जो उन्होंने अपने महिमामंडन पर पिछले तीन वर्षों में खर्च किया है लेकिन इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए देने के लिए उनके पास पैसा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का जिक्र करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि न्यायालय ने कहा कि इश्तिहार के लिए उनके पास रुपया है, लेकिन जनता के हित के लिए जरूरी आरआरटीएस प्रोजेक्ट के लिए उनके पास पैसा नहीं हैं। न्यायालय ने केजरीवाल सरकार द्वारा इश्तिहार पर खर्च किए गए पैसे को लेकर केजरीवाल सरकार से हलफनामा मांगा है।
भाजपा प्रवक्ता ने दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका को खारिज करने का जिक्र करते हुए कहा कि हाई कोर्ट ने कहा कि मनीष सिसोदिया बड़े पद पर रहे हैं, वह साक्ष्य मिटा सकते हैं, गवाहों को डरा सकते हैं, इसलिए उनको जमानत नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि उन पर जो आरोप लगे हैं, वह बहुत गंभीर हैं। भाटिया ने कहा कि पहले सीबीआई कोर्ट ने सिसोदिया की जमानत खारिज की, उसके बाद ईडी कोर्ट ने भी बेल रिजेक्ट किया। उसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने पहले सीबीआई मामले में बेल रिजेक्ट किया और कल ईडी मामले में भी जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि इससे अरविंद केजरीवाल डरे हुए हैं और उन्हें अपनी गिरफ्तारी का डर भी सताने लगा है क्योंकि यह भ्रष्टाचार केजरीवाल ने ही कराया है।