उन्होंने कहा कि शीशमहल जिस पर 200 करोड़ रुपया खर्च करने की पूरी योजना तैयार की गई थी, इसकी पूरी जमीन 50000 गज है। केजरीवाल ने परिसर में रहते हुए 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थिति 8ए और 8बी और 45 राजपूत रोड की संपत्तियों को भी परिसर में मिला लिया। इसमें सरकार के सचिव रहते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि जब 10000 गज आपके पास थे, तो आपने इसमें बाकी हिस्सा क्यो मिलवाया? उन्होंने कहा कि विजिलेंस और सेंट्रल विजिलेंस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। इसमें साफ पूछा गया है कि इसमें जो इन्वेंट्री है, वह पीडब्ल्यूडी द्वारा दिया गया और अक्टूबर में जो इन्वेंट्री ली गई उसमें महंगे सामान थे। केजरीवाल ने अगर अपने पैसे से खरीददारी की है तो उनको स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
मेरा मानना है कि नियमों का उल्लंघन करके ऐसा किया गया। भ्रष्टाचार का जो घोटाला सामने आया है, इसमें आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता ने आज तक तथ्यों के साथ स्पष्टीकरण नहीं दी है। अगर आम आदमी पार्टी कुछ छुपाने की कोशिश करेगी, तो दिल्ली भाजपा चुप नहीं बैठने वाली है। जनता इनकी सच्चाई जानती है और आगामी विधानसभा चुनाव में इनको सबक सिखाएगी।