सहकारी समिति ने नियमों को ताक पर रखकर खातों में जमा रकम को चहेतों को ऋण के रूप में बांटा
बूंदी। बूंदी दुगारी ग्राम सेवा सहकारी समिति में संचालित मिनी बैंक में खातेदारों के बचत खातों में जमा लाखों रुपए की राशि को ही सहकारी समिति ने नियम ताक में रखकर समिति के सदस्यों, कर्मचारियों व रसूखात वालों को लोन (ऋण) के रूप में बांट दिया। सहकारी विभाग के अधिकारी ने भी मामले की पुष्टि कर रहे है। अधिकारियों के समक्ष 6 माह पहले मामला सामने आ गया था। कार्रवाई के बजाए मामले को दबाए रखा। मिनी बैंक में 65 लोगों के बचत खातों में 50 लाख रुपए की राशि जमा है। ग्राम सेवा सहकारी समिति ने इस राशि को 80 अधिक लोगों के नाम लोन के रूप में बांट दिया, जिन लोगों के नाम लोन बांटा गया है, उनमें कुछ लोग तो सहकारी समिति के सदस्य रह चुके तो एक सहकारी कर्मचारी व कुछ लोग गांव के रसूखात वाले लोग है, जिनके नाम लोन दिया गया था, अब वे लोग ऋण राशि को जमा नहीं करवा रहे। विभाग के अधिकारियों ने ऋणियों के नाम राशि जमा कराने के लिए नोटिस भी जारी किए है।
मिनी बैंक में खुलवाए बचत खातों में जमा राशि को नहीं दिए जाने पर दुगारी गांव के 14 लोगों ने सामूहिक रूप से सोमवार को मिनी बैंक के व्यवस्थापक के खिलाफ रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में लिखा कि गिरिराज कीर के खाता संख्या 2662 में जमा 100006 रुपए, विमला बाई रेगर के खाता संख्या 727 में जमा 235722 रुपए, लालचंद वर्मा के खाता संख्या 2001 में जमा 165944, कैलाशीबाई मीणा के खाता संख्या 2475 में जमा 77606 रुपए, रेहमत के खाता संख्या 1198 में जमा 329834 रुपए, राजेन्द्र प्रसाद माली के खाता संख्या 2830 में जमा 123875 रुपए, सत्यनारायण माली के खाता संख्या 2551 में जमा 209602 रुपए, कमरुद्दीन के खाता संख्या 1197 में जमा 170200 रुपए, कांताबाई माली के खाता संख्या 837 में जमा 64023 रुपए, जगदीशी बाई के खाता संख्या 835 में जमा 325689 रुपए, छोटूलाल माली के खाता संख्या 834 में जमा 11669 रुपए, नरेंद्रकुमार माली के खाता संख्या 836 में जमा 190609 रुपए, भेरुप्रकाश रेगर के खाता संख्या 2580 में जमा 20748 रुपए व मोतीशंकर माली के खाता संख्या 2395 में जमा 45000 रुपए की राशि जमा है। जमा राशि को निकलवाने जाते है तो व्यवस्थापक द्वारा राशि नहीं दी जा रही। पुलिस ने जांच के लिए रिपोर्ट एएसआई वीरमदेव को दी है। एएसआई ने बताया कि मामले की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।