केदारनाथ चॉपर क्रैश: शवों को वापस लाने के लिए उत्तराखंड सरकार के साथ समन्वय कर रही तमिलनाडु सरकार
चेन्नई (आईएएनएस)| तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा कि केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए तीन तमिल निवासियों के शव लाने के लिए राज्य सरकार उत्तराखंड सरकार के साथ समन्वय कर रही है।
मंगलवार को हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई थी।
स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु सरकार के अधिकारी उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों के संपर्क में हैं और चेन्नई के मूल निवासियों के शवों को शहर वापस लाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
तीनों के परिजन शव लाने के लिए पहले ही केदारनाथ रवाना हो चुके हैं।
मृतकों में प्रेमकुमार वंचिनाथन (63), उनकी पत्नी सुजाता प्रेमकुमार (56) हैं जो तिरुमंगलम के संथम कॉलोनी के रहने वाले हैं। सुजाता की चचेरी बहन, कला रमेश (55) तीसरे तमिल थे जो हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए थे।
कला के पति, रमेश हेलीकॉप्टर में सवार होने के बजाय केदारनाथ चले गए थे और दुर्घटना में बाल-बाल बचे थे।
एक निजी कंपनी द्वारा संचालित हेलीकॉप्टर, केदारनाथ हेलीपैड से उड़ान भरने के तुरंत बाद गरुड़ चिट्टी, रुद्र प्रयाग में देव दर्शनी में आग की लपटों में घिर गया। घटना मंगलवार सुबह 11.45 बजे की है।
तमिल परिवार 12 अक्टूबर को बेंगलुरु से एक निजी टूर ऑपरेटर द्वारा आयोजित तीर्थ यात्रा पर केदारनाथ के लिए रवाना हुए थे।