KDA कर्मचारी रिश्वत लेते पकड़ाया, विजिलेंस टीम ने की कार्रवाई

बड़ी खबर

Update: 2024-09-10 16:15 GMT
Kanpur: कानपुर। आज केडीए में उस समय हलचल मच गई जब एक कर्मचारी को विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ लिया और अपने साथ ले गई। केडीए में चपरासी से बेलदार बना है। बेलदार नीरज मल्होत्रा को 5 मिनट के अंदर रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। विजिलेंस की टीम ने 12 लोगों के साथ बेलदार को गिरफ्तार करने के लिए पूरा जाल बिछाया। मौजूदा समय में विश्व बैंक योजना में कार्य कर रहा था।केडीए सूत्रों के मुताबिक अधिकारियों से सेटिंग कर रजिस्ट्री और संपत्ति से जुड़े कार्य कराता था। दीपेंद्र कुमार पेशे से वकील और बसंत बिहार निवासी है। दीपेंद्र ने 2013 में डब्लू ब्लॉक में ईडब्लूएस मकान खरीदा था। तबसे बराबर दीपेन्द्र रजिस्ट्री कराने के लिए चक्कर लगा रहे थे।

बिना लिए दिए रजिस्ट्री नहीं कर रहें थे। जिसके बाद सरकारी तंत्र की मदद ली। और उन्होंने विजिलेंस का सहारा लिया। शिकायत सही मिलने पर विजिलेंस ने केडीए में जाल बिछाया। रजिस्ट्री कराने के नाम पर बेलदार ने 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।केडीए मुख्यालय के सेकेंड फ्लोर पर बेलदार बैठा जहां से टीम ने उसे से गिरफ्तार किया। बेलदार को हिरासत में देख केडीए मुख्यालय में हड़कंप मच गया। वहीं केडीए के अन्य कर्मचारी भी हड़बड़ा गए। क्योंकि इस विभाग में बिना लिए दिए कोई कार्य नहीं होता है। केडीए गार्ड ने बताया कि पहले उन्होंने खुद को रेलवे का कर्मचारी बताया। फिर कान में धीरे से अपने को विजिलेंस का बताया और कोई हरकत नहीं करना। गार्ड के मुताबिक टीम ने 3.40 बजे आई और 3:45 बजे वापस बेलदार को गिरफ्तार कर वापस ले गई।
Tags:    

Similar News

-->