लखीसराय। जिला मुख्यालय स्थित प्रभात चौक स्थित एक सभागार में जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के तत्वाधान में कवि गोष्ठी का आयोजन रामबालक सिंह की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। समारोह का संचालन देवेंद्र सिंह आजाद ने किया । समारोह में उपस्थित सभी कवियों ने अपनी अपनी रचनाओं के माध्यम से काव्य पाठ प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया।कवि कामेश्वर प्रसाद यादव की रचना -कंहने को है यह लोकतंत्र पर छाया है अपराध तंत्र। भोला पंडित की रचना चांद सतह पर जाकर बैठल हिंद के चंद्रायन हो। रामबालक सिंह की रचना कलयुग में नेतबन के बिक गेलै इमान हो। राजकुमार की कविता जला अस्थियां बारी-बारी चिटिकाई जिनमें चिंगारी। रोहित कुमार की बोझिल सी आंखें निहारे किसे। राजेश्वरी प्रसाद सिंह की रचना विश्व विजई तिरंगा प्यारा अब चांद है हमारा।
भगवान राय राही की देश का कैसा पहरेदार चारों तरफ अपराध और व्यभिचार। मुन्द्रिका सिंह की रचना कहो मित्र कैसे हो हम किसान बेहाल हो। जीवन पासवान की रचना प्रत्येक भारतवासी उत्साह से झूम रहा चंद्रयान-3 चांद को चूम रहा। दशरथ प्रसाद महतो की ऐसी घर में जी लोगे तुम ,पूछ रही है छोटी मछली। धरती पर कहीं घास नहीं क्यों रो रो कर कह रही गिलहरी। सुमंत पांडेय की मेघों का आगमन कहां है भगवान। देवेंद्र आजाद की रचना चांद की दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बना भारत इसरो के वैज्ञानिक रच दिया इतिहास।अरविंद कुमार भारती की रचना मोदी जी ने तुने कमाल कर दिया चांद को छूकर विश्व में बवाल कर दिया । रामचंद्र पासवान की रचना बापू को टेलीग्राम है सत्य हिंसा शांति प्रेम न्याय नीति बेकार आज गुंडे भ्रष्ट लुटेरों का अभिनंदन जय जयकार। मौके पर प्रधान संपादक अरविंद कुमार भारती ने कहा कि नवल कंठ का प्रकाशन अब पूर्ण होने को है। 14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर इसका प्रकाशन किया जाएगा। मौके पर 14 सितंबर हिंदी दिवस को जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन धूमधाम से मनाएगी।