बेंगलुरु (आईएएनएस)| कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री एम.बी. पाटिल ने रविवार को कहा कि राज्य में पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान किए गए सभी घोटालों की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार द्वारा जांच की जाएगी। सोमवार (22 मई) से शुरू होने वाले तीन दिवसीय विधानसभा सत्र से पहले इस बयान पर विवाद छिड़ गया है।
संवाददाताओं से बात करते हुए पाटिल ने कहा कि कांग्रेस सरकार पीएसआई भर्ती घोटाला, 40 प्रतिशत कमीशन घोटाला और अन्य सभी धोखाधड़ी की जांच करेगी जो भाजपा सरकार के दौरान हुई थी। उन्होंने कहा कि बिटक्वोइन घोटाला सहित अन्य सभी विभागों में हुई हेराफेरी का पदार्फाश किया जाएगा। पाटिल ने कहा, भाजपा के कार्यकाल के दौरान गंभीर आरोप सामने आए और घोटालों की सूचना मिली। उनमें से कई की उचित जांच नहीं की गई है।
यदि जांच की भी गई है तो मामले को तार्किक अंत तक नहीं ले जाया गया है। नव-निर्वाचित कांग्रेस सरकार सभी आरोपों और घोटालों को देखेगी और फिर से जांच का आदेश देगी।
उन्होंने कहा कि जिन मामलों की जांच नहीं हुई है, उनकी जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की भी यही राय है कि भाजपा के शासनकाल में हुए सभी घोटालों की जांच की जाए। पाटिल ने आरोप लगाया, बिटक्वोइन ही नहीं, पीएसआई घोटालों, सिंचाई से संबंधित सभी मामलों, पीडब्ल्यूडी, बेंगलुरु विकास प्राधिकरण (बीडीए), बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) पर ध्यान दिया जाएगा। उनका अलग-अलग सत्यापन किया जाएगा।
लगात अनुमान बढ़ाए गए हैं। 100 करोड़ रुपये के स्थान पर उन्होंने 120 से 150 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने कहा, अधिकारियों की सूची तैयार है और विधानसभा में शपथ लेने के बाद उनका तबादला कर दिया जाएगा। एम.बी. पाटिल के बयान पर भाजपा राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य और वरिष्ठ नेता बी.एस. येदियुरप्पा ने कहा कि उनका इस तरह का बयान देना स्वाभाविक है।
उन्होंने कहा, हमें इसकी परवाह नहीं है। अगर कोई घोटाला हुआ है तो उन्हें जांच करने दीजिए। दोषियों को सजा मिलने दीजिए।