कर्नाटक विधानसभा चुनाव: राजनीतिक दल के नेताओं ने शुरू की तैयारियां

Update: 2022-09-05 00:54 GMT

कर्नाटक। एक बार फिर विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ गया है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. राज्य में इस बार का चुनाव बेहद रोचक होने जा रहा है. क्योंकि, इस चुनाव में वोक्कालिगा समुदाय के दो बड़े नेताओं पर सबकी निगाहें हैं. पिछले चुनाव में इन दोनों नेताओं ने हारी बाजी को जीतकर अपनी ताकत का लोहा मनवाया था. हालांकि, बाद में दोनों के बीच दूरियां बढ़ गईं और अब दोनों नेताओं के बीच खुद को ताकतवर के तौर पर स्थापित करने की चुनौती है.

दरअसल, जब कर्नाटक ने 2018 के विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश देखा तो उसके बाद राज्य में रिसॉर्ट पॉलिटिक्स और फिर बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के साथ बड़े स्तर पर राजनीतिक ड्रामा हुआ था. एचडी कुमारस्वामी बड़े नेता बनकर उभरे और ममता बनर्जी, के चंद्रशेखर राव, एमके स्टालिन जैसे नेताओं के समर्थन से सीएम की कुर्सी संभाली. तब जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को एक उभरती ताकत और भाजपा के लिए एक सही जवाब कहा गया. हालांकि, 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए कुछ और ही साबित हुआ. पार्टी को बड़ी निराशा हाथ लगी.

वहीं, विधानसभा चुनाव की बात करें तो संख्याबल के खेल में भाजपा मात खा गई और कांग्रेस-जेडीएस ने मामूली अंतर से बढ़त बनाकर सत्ता हासिल कर ली. इस जोड़तोड़ के पीछे दो बड़े चेहरों के नाम सामने आए और दोनों वोक्कालिगा समुदाय से जुड़े थे. पहले- एचडी कुमारस्वामी और दूसरे- डीके शिवकुमार. इन दोनों नेताओं की बदौलत कर्नाटक में गठबंधन की सरकार बन सकी. जबकि लिंगायत समुदाय के येदियुरप्पा और कुरुबा के सिद्धारमैया राजनीतिक तौर पर घेर लिए गए.

कर्नाटक ने चार साल में चार मुख्यमंत्री देखे हैं. इनमें सबसे पहला नाम सिद्धारमैया, फिर कुमारस्वामी, बाद में येदियुरप्पा से लेकर बोम्मई तक को सत्ता की कमान संभालने का मौका मिला. इस बार चुनाव से पहले नए समीकरण के साथ राजनीति देखने को मिल रही है. वोक्कालिगा समुदाय का नेता बनने के लिए आज डीके शिवकुमार और कुमारस्वामी आमने-सामने हैं.

एचडी देवेगौड़ा और उनका परिवार राजनीतिक रूप से वोक्कालिगा समाज का नेतृत्व करने वाला पहला परिवार रहा है. उन्होंने एसएम कृष्णा को मात दी, जो मांड्या के वोक्कालिगा भी हैं. डीके शिवकुमार ना सिर्फ एसएम कृष्णा के बारिस के तौर पर जाने जा रहे, बल्कि उनके परिवार का भी हिस्सा हैं. डीके की बेटी ने एसएम कृष्णा के पोते अमर्त्य से शादी की है. देवेगौड़ा के बाद वोक्कालिगा मेंटल की लड़ाई दूसरी पीढ़ी में आज उनके बेटे कुमारस्वामी और डीके शिवकुमार के बीच लड़ी जा रही है.

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