गिरफ्तार लोगों में मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैन्स एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी भी शामिल हैं. हिंसा का मास्टरमाइंड माने जाने वाले हाशमी को तीन अन्य लोगों के साथ लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया था.
कानपुर के पुलिस आयुक्त वीएस मीणा ने कहा कि आरोपियों पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और गैंगस्टर अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा, जबकि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और अन्य जैसे समूहों की संभावित भूमिका की जांच की जा रही है. अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की संपत्ति जब्त या ध्वस्त की जाएगी.
कानपुर पुलिस आयुक्त ने कहा, हमने सीसीटीवी फुटेज और घटनाओं की अन्य वीडियो रिकॉर्डिंग की मदद से हिंसा में शामिल 36 लोगों की पहचान की है. अब तक कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 18 को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.
उन्होंने कहा, गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा और घटना के पीछे की साजिश के बारे में पूछताछ करने के लिए हम 14 दिनों के पुलिस रिमांड की मांग करेंगे. मीणा ने कहा, हम विभिन्न एंगल से घटना की जांच कर रहे हैं और पीएफआई और इस जैसे अन्य समूहों की संलिप्तता को देख रहे हैं. हम विदेशी फंडिंग के एंगल से भी जांच कर रहे हैं. जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. अधिकारी ने यह भी कहा कि पुलिस हिंसा को रोकने में फाॅर्स की ओर से चूक की जांच कर रही है.
प्रशासन के अनुसार सार्वजनिक स्थान पर पांच से अधिक व्यक्तियों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी. इस दौरान धरना प्रदर्शन पर भी रोक रहेगी. शुक्रवार को कानपुर में भड़की जैसी किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए 3 जुलाई तक कर्फ्यू लगाया गया है. कानपुर में शुक्रवार को कथित तौर पर बाजार बंद को लेकर दो समुदाय के समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई.
कानपूर हिंसा पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा, इलाके में शांतिपूर्ण माहौल है और हम चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं. बेकनगंज पुलिस स्टेशन में दंगा और हिंसा के लिए तीन FIR दर्ज की गई हैं. पहली FIR बेकनगंज थाना प्रभारी नवाब अहमद की शिकायत पर करीब 500 लोगों के खिलाफ घातक हथियारों से दंगा करने के आरोप में दर्ज की गई है. FIR में एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी और उनके सहयोगी यूसुफ मंसूरी और आमिर जावेद अंसारी सहित 36 लोगों के नाम हैं.
SHO के अनुसार, भाजपा प्रवक्ता द्वारा पैगंबर के खिलाफ की गई टिप्पणी के विरोध में हाशमी और उनके लोगों ने शुक्रवार को दुकानें बंद रखने का आह्वान किया था. FIR में कहा गया है कि दंगाइयों ने घातक हथियारों का इस्तेमाल किया, पेट्रोल बम फेंके और सड़कों पर उतर आए, जिससे इलाके में दहशत फैल गई. दूसरी FIR सब-इंस्पेक्टर आसिफ रजा की शिकायत पर दर्ज की गई थी. FIR में बीस लोगों को नामजद किया गया है और 350 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.