कंझावला कांड: केंद्रीय गृहमंत्री ने आईपीएस शालिनी सिंह से बात की, दिए व्यापक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश

Update: 2023-01-03 01:14 GMT

दिल्ली। दिल्ली के कंझावला में लड़की की बेरहमी से मौत के मामले में अब गृह मंत्री अमित शाह ने दखल दे दिया है. उन्होंने दिल्ली पुलिस को इस केस की एक विस्तृत रिपोर्ट तुरंत देने का आदेश दिया है. इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गृहमंत्री(MHA) ने खुद दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी आईपीएस शालिनी सिंह बात की और व्यापक रिपोर्ट तैयार करने को कहा. वहीं जांच की जिम्मेदारी मिलते ही उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर मुआयना किया.

शालिनी सिंह दिल्ली में कई अहम पदों पर तैनाती हो चुकी हैं. 1996 IPS बैच शालिनी सिंह फिलहाल दिल्ली पुलिस में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की स्पेशल कमिश्नर हैं. इससे पहले शालिनी ज्वॉइंट सीपी वेस्टर्न रेंज थीं. इस दौरान शालिनी सिंह ने किसान आंदोलन में दिल्ली पुलिस की तरफ से रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. दिल्ली के खयाला इलाके में जब सांप्रदायिक तनाव की अफवाह फैली थी तब शालिनी सिंह लाउडस्पीकर लेकर सड़क पर उतरीं और अफवाह फैलने से रोका. वह डीसीपी साउथ वेस्ट, साउथ ईस्ट के पद पर भी रह चुकी हैं. शालिनी सिंह आईबी में भी पोस्टेड रही हैं. इन्होंने अंडमान और पांडिचेरी में भी अपनी सेवाएं दी हैं. इन्होंने साल 2004 में सीनियर स्टीजन लेफ्टिनेंट जनरल हरनाम सिंह और उनकी पत्नी की हत्या का केस सुलझाया था. यह हत्याकांड तब सुर्खियों में आया था, जब आरोपियों को नेपाल बॉर्डर पर पकड़ा गया था. शालिनी के पति अनिल शुक्ला भी IPS हैं. कुछ वक्त पहले वे NIA में पोस्टेड थे. उन्होंने मुंबई का एंटीलिया केस हैंडल किया था..

कंझावला कांड में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें उसने बताया कि इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने बताया कि कार की स्कूटी से टक्कर के बाद लड़की की बॉडी कार में ही फंसी रह गई थी. उसे करीब 10 से 12 किमी तक घसीटा गया. इसके बाद कार को जब कहीं मोड़ा गया तो उसकी बॉडी सड़क पर गिर गई. पुलिस ने पीसी में बताया कि लड़की की पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट मंगलवार को आएगी, जिसके बाद उसकी मौत की सही वजह पता चल पाएगी. पुलिस ने आरोपियों की पहचान उजाकर करते हुए बताया कि ग्रामीण सेवा में कार्यरत दीपक खन्ना कार ड्राइव कर रहा था. इसके अलावा कार में अमित खन्ना, कृष्ण, मनोज और मिथुन बैठे थे.

पुलिस ने बताया कि अब पता लगाया जा रहा है कि आरोपी कहां से आए थे और वे कहां जा रहे थे. बताया गया कि इसके लिए सीटीसीटी फुटेज और डिजिटल सबूत की टाइमलाइन बनाई जाएगी, जिसके आधार पर इसका पता लगाया जाएगा.

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