कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की चार दिनी यात्रा ने 7,000 लोगों तक बनाई पहुंच
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पुणे। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थापित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन(केएससीएफ) की ओर से पुणे के 10 स्लम एरिया में महिला एवं बाल स्वास्थ्य को लेकर 31 जनवरी को शुरू हुई 'आरोग्य यात्रा' का तीन फरवरी को भव्य समापन हो गया। चार दिनी 'आरोग्य यात्रा' ने इस दौरान करीब 7,000 लोगों के बीच अपनी पहुंच बनाई। लोगों के घर-घर जाकर और नुक्कड़ नाटक, कठपुतली नृत्य, स्वास्थ्य गीत, पर्चे और ब्राउशर बांटकर लोगों को महिला एवं बाल स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। 'आरोग्य यात्रा' को बाल आश्रम ट्रस्ट की सह-संस्थापिका व जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता एवं मुख्य अतिथि सुमेधा कैलाश ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। बाल आश्रम ट्रस्ट देश का पहला दीर्घकालिक पुनर्वास केंद्र है, जहां बालश्रम से मुक्त करवाए गए बच्चों का शिक्षा एवं कौशल विकास के जरिए संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास किया जाता है। यात्रा की शुरुआत लोहगांव में इंदिरा नगर से हुई जबकि इसका समापन शुक्रवार को शांतिनगर में हो गया।
यात्रा भीम नगर, राजीव गांधी नगर, जयप्रकाश नगर, यमुना नगर, लक्ष्मी नगर, यशवंत नगर, जाधव नगर, अंबेडकर बस्ती पहुंची। यात्रा में बड़ी संख्या में स्लम में रहने वाली महिलाओं, बच्चों व पुरुषों ने शिरकत की। समापन अवसर पर 'आरोग्य यात्रा' का स्वागत कारपोरेटर शीतल अजय सावंत ने किया। इस मौके पर लोगों ने शपथ ली कि वे अपने-अपने समुदाय को स्वस्थ्य, स्वच्छ और सुरक्षित बनाएंगे। स्वास्थ्य गीत, नुक्कड़ नाटक और कठपुतली नृत्य आदि की मनमोहक प्रस्तुति से स्वास्थ्य सुरक्षा व स्वच्छता का संदेश दिया गया। खासकर गर्भवती महिलाओं एवं बालिकाओं को मासिक धर्म से जुड़ी रूढ़ीवादी धारणाओं को छोड़ने और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के बारे में जागरूक किया गया। इस मौके पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक राकेश सेंगर ने कहा, 'चार दिनी 'आरोग्य यात्रा' अत्यंत सफल रही है। हम आगे भी इन 10 स्लम बस्तियों में बच्चों एवं महिलाओं को केंद्र में रखकर स्थानीय सहयोगी एनजीओ और अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बाल मित्र एवं महिला मित्र समाज बनाने के लिए काम करते रहेंगे। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन अभी तक के अपने अभियान के तहत 80,000 लोगों तक पहुंच बना चुकी है। महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जानकारी दी गई है और 150 महिलाओं को इससे लाभान्वित भी करवाने में भी मदद की है।