Kaali Movie Poster Controversy: फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई का मामला, करणी सेना की हुई एंट्री
Kaali poster row: फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. काली पोस्टर विवाद में अब करनी सेना कूद गई है. करणी सेना की ओर से जयपुर के वैशाली नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. उधर, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी लीना के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
नरोत्तम मिश्रा ने पोस्टर विवाद को लेकर कहा है कि इस मामले में वे ट्विटर इंडिया को चिट्ठी लिखेंगे. मिश्रा ने लीना मणिमेकलई के ट्विटर पोस्ट को विकृत मानसिकता वाला करार दिया. उन्होंने कहा कि वे ट्विटर को पत्र लिखेंगे कि काली फिल्म के डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई जैसे विकृत मानसिकता वाले लोगों की ऐसी पोस्टों को रोकने का अपने स्तर पर प्रयास करें. ऐसे पोस्ट से लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है.
दिल्ली के एक वकील और समाजसेवी विनीत जिंदल ने भी लीना के खिलाफ केस दर्ज कराया है. उन्होंने केस दर्ज कराने के बाद दिल्ली पुलिस कमीश्नर, स्पेशल सेल और ट्वविटर इंडिया को भी चिट्ठी लिखी है. उन्होंने कहा कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने और हिंदू समुदाय को बदनाम करने के लीना के इरादे को देखते हुए मैंने केस दर्ज कराया है लेकिन इसके बावजूद लीना मणिमेकली फिर से वही कर रही हैं. मैंने डीसीपी दिल्ली ने इस पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.
उधर, काली पोस्टर विवाद पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आपको भावनाओं को समझना होगा. कभी-कभी कुछ गलतियां हो सकती हैं. ममता ने कहा कि एक बार नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि भूल करने के लिए लिखो. जो काम करता है उससे गलती हो सकती है. इसे ठीक किया जा सकता है. उसके लिए इतना हंगामा क्यों?
ममता बनर्जी ने कहा कि समाज में कुछ समूह होते हैं. मैं उनके बारे में नहीं जानती, लेकिन मैं समझती हूं कि वे समाज का एक बड़ा समूह हैं और मैं उनका सम्मान करती हूं. मैं उन्हें सोचने के लिए कहूंगी. अगर आप बच्चों के लिए कुछ बना रहे हैं तो आपको एक बच्चे की तरह सोचना होगा.
उधर, लीना मणिमेकलई ने हंगामे को लेकर भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा है. लीना ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी की ट्रोल सेना को पता नहीं है कि लोक थिएटर कलाकार अपने प्रदर्शन के बाद कैसे शांत होते हैं. यह मेरी फिल्म से नहीं है. यह रोजमर्रा के ग्रामीण भारत से है जिसे ये संघ परिवार अपनी अथक नफरत और धार्मिक कट्टरता से नष्ट करना चाहते हैं. हिंदुत्व कभी भारत नहीं बन सकता.
इससे पहले एक अन्य ट्वीट में लीना ने कहा कि ऐसा लगता है कि पूरा देश अब सबसे बड़े लोकतंत्र से सबसे बड़ी नफरत की मशीन बन गया है जो मुझे सेंसर करना चाहता है. उन्होंने कहा कि मैं इस समय कहीं भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हूं.
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने पोस्टर विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि यह रचनात्मक अभिव्यक्ति की बात नहीं है, यह जानबूझकर उकसावे का मामला है.
हिंदुओं को गाली देना = धर्मनिरपेक्षता?
हिंदू आस्था का अपमान = उदारवाद?
शहजाद पूनावाला ने आगे लिखा कि लीना का हौसला इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि उनको पता है कि लेफ्ट पार्टियां, कांग्रेस, TMC उनको सपोर्ट कर रही है. अबतक TMC ने महुआ मोइत्रा पर एक्शन नहीं लिया है.
Leena Manimekalai की फिल्म काली के पोस्टर पर विवाद हुआ था. उस पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया था. विवाद के बाद ट्विटर ने प्रोड्यूसर-डायरेक्टर लीना मणिमेकलई का पोस्ट हटा लिया था. लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था. इसके साथ ही उनके एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा भी नजर आ रहा था.
लीना मणिमेकलई मदुरै के दक्षिण में स्थित सुदूर गांव महाराजापुरम की रहने वाली हैं. उनके पिता कॉलेज लेक्चरर थे. वो एक किसान परिवार से थीं और उनके गांव की प्रथा के मुताबिक प्यूबर्टी के कुछ साल बाद लड़कियों की शादी उनके मामा से करवा दी जाती थी. जब लीना को पता चला कि घरवाले उनकी शादी की तैयारी कर रहे हैं तब वह चेन्नई भाग गईं. इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की. उन्होंने आईटी सेक्टर में नौकरी भी की. उन्होंने कई नौकरियां करने के बाद फिल्म बनाने के क्षेत्र में आने का फैसला किया.