जम्मू-कश्मीर यात्रा: अनुच्छेद 370 हटने के बाद पीएम मोदी का पहला दौरा, देशभर की निगाहें

Update: 2022-04-21 10:06 GMT

श्रीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के सांबा ज़िले में पंचायती राज दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद से प्रधामंत्री मोदी पहली बार इस राज्य में पहुंचेंगे. कार्यक्रम में उनके साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, ग्रामीण विकास पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह भी होंगे.

पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर कई मायने हैं इसको देखते हुए कार्यक्रम को भव्य रुप देने में जम्मू कश्मीर प्रशासन और पंचायती राज मंत्रालय की ओर से पूरी ताक़त लगाई जा रही है. इस कार्यक्रम में देश के अलग अलग हिस्सों के पंचायतीराज संस्थाओं के सदस्यों से ऑनलाइन जुड़ेगें. प्रधानमंत्री मोदी इस मौके पर इसमें शामिल लोगों को संबोधित करेंगे.
दिन में 11:30 बजे से शुरु होने वाला कार्यक्रम तक़रीबन तीन घंटे का होगा. प्रधानमंत्री सबसे पहले ग्राम सभा की बैठक में शिरकत करेंगे और उसी दौरान देश भर में ग्राम सभा की बैठक का आयोजन होगा जिसका लाइव प्रसारण किया जायेगा. देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी हिस्से में पहली बार कार्बन न्यूट्रल पंचायत होगी और सारे रिकॉर्ड डिजिटलाइज होंगे.पंचायत के हज़ारों प्रतिनिधियों के साथ पीएम का ये कार्यक्रम होगा. जिन पंचायतों ने अच्छा काम किया है पीएम उनको सम्मानित करेंगे और उनकी सम्मान राशि एक बटन दबने के साथ खाते में तुरंत पहुँच जायेगी. आज़ादी के अमृत महोत्सव के मद्देनज़र पीएम का लक्ष्य कि हर ज़िले में 75 तालाब बनाये जायें.
नरेंद्र मोदी मोदी जबसे प्रधानमंत्री बने हैं सिर्फ़ एक बार छोड़कर वो लगातार पंचायती राज के कार्यक्रम में हिस्सा लेते रहे हैं. मगर इस बार का ये कार्यक्रम अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हो रहा है इसलिये सबकी निगाहें इस इस पर टिकी हुई हैं. इसके बाद भारत सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन की ओर से 70 स्टॉक लगे होंगे. जिसका पीएम मोदी मुआयना करेंगे. प्रधानमंत्री का एक बड़ा कार्यक्रम दुबई से आये हुए इंवेस्टर के साथ होगा. जिसमें MR ग्रुप, DP World, और जिन्होंने दुबई में बुर्ज ख़लीफ़ा बनाया था उनसे भी पीएम मुलाक़ात करेंगे.
जम्मू कश्मीर में बीते एक साल में PM की नई इंडस्ट्रियल स्कीम के तहत 38 हज़ार करोड़ का इंवेस्टमेंट आ चुका है. देश विदेश के नामी उद्योगपतियों की मौजूदगी के बीच 38,082 करोड़ रुपये के औघोगिक विकास प्रस्तावों की आधारशिला रखेंगे. अगले 6 महीने में इसे 70 हज़ार करोड़ ले जाने का लक्ष्य किया गया है. जबकि आज़ादी के बाद से जम्मू कश्मीर में सिर्फ़ साढ़े 14 हज़ार करोड़ का ही निवेश आया था.
पीएम 2 हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास करेंगे और साथ में जम्मू-श्रीनगर टनल का भी लोकार्पण करेंगे. इस टनल के बन जाने से जो दूरी दस घंटे में तय की जाती थी वो घटकर पाँच के मात्र रह जायेगी. दरअसल जम्मू कश्मीर के विकास को आगे ले जाने का रोड मैप 370 हटने के बाद तेज़ी से तैयार किया गया है. ताकि जम्मू कश्मीर के युवाओं को रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराये जायें. वहाँ शांति सुरक्षा रहे और तरक़्क़ी के नए आयाम देश का ये सबसे खूबसूरत हिस्सा छूता रहे. खबर है कि जल्द ही परिसीमन आयोग अपनी फ़ाइनल रिपोर्ट देगा. जिसके बाद जम्मू कश्मीर में चुनाव का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है.
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