अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू-कश्मीर प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल की
जम्मू। श्री अमरेश्वर धाम की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। सेना और केंद्रीय अर्धसैन्यबलों ने यात्रा मार्ग पर अपनी डयूटी संभाल ली है। हेलीपैड पर अब रात को भी हेलीकाप्टर उतर सकेगा। किसी भी आपात स्थिति में राहत कार्यों के संचालन व संबंधित गतिविधियों की निगरानी के लिए श्रीनगर स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी इस्तेमाल होगा। अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू-कश्मीर प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल की। सुरक्षा के तहत यात्रा का काफिला रवाना किया गया. अधिकारियों द्वारा सभी व्यवस्थाओं की जांच की गई।
समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरेश्वर धाम की तीर्थ यात्रा इस वर्ष पहली जुलाई को शुरू हो रही है। संबधित अधिकारियों ने बताया कि पवित्र गुफा की तरफ जाने वाले दोनो मार्गाें और दोनों आधार शीविरों बालटाल और नुनवन पहलगाम में सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है जो कुछ प्रबंध बचे हैं, वह शुक्रवार को पूरे हो जाएंगे।
पेयजल और बिजली आपूर्ति व्यवस्था को बहाल करने के साथ ही पूरे यात्रा मार्ग पर दूर संचार सेवा नेटवर्क भी क्रियाशील बना दिया गया है। बालटाल से पवित्र गुफा मार्ग पर 1243 स्ट्रीट लाईट स्थापित की गई हैं। इसके अलावा किसी 19 जेनसेट भी लगाए गए हैं। नुनवन पहलगाम से पवित्र गुफा के मार्ग पर करीब दो किलोमीटर के क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की स्थापना का काम अंतिम चरण में है,जिसे वीरवार की शाम तक पूरा कर लिया जाएगा।