झोलाछाप डॉक्टर: टेंट की दुकान का आधा गिरा हुआ था शटर, एसपी ने गाड़ी रुकवाई, अंदर का नजारा देखते ही उड़े होश
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में राजस्थान के धौलपुर जिले में लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. शहरी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों से भी कोरोना के मरीज निकलकर सामने आ रहे हैं. ऐसे में कुछ लोग मुनाफा कमाने से बाज नहीं आ रहे हैं. पुलिस ने ऐसे ही कुछ झोलाछाप डॉक्टरों को टेंट की दुकान को निजी अस्पताल बनाकर लोगों का इलाज करते हुए पकड़ा है.
कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मरीजों को लेकर गृह विभाग ने सरकारी गाइडलाइन जारी की है. सरकारी गाइडलाइन को पालन करवाने के लिए एसपी केसर सिंह शेखावत खुद कमान संभालते हुए सड़क पर उतरे हुए हैं. उन्होंने जगह-जगह जाकर इलाके का जायजा लिया.
दरअसल, जिले में पुलिस की व्यवस्था को देखने के लिए निकले एसपी केसर सिंह शेखावत बसेड़ी थाना क्षेत्र में पहुंचे थे. जहां उन्होंने देखा कि एक टेंट की दुकान का आधा शटर गिरा हुआ था. दुकान का आधा शटर खुला देख एसपी ने गाड़ी रुकवाई और दुकान पर जाकर शटर उठाया तो अंदर का नजारा देख एसपी के होश उड़ गए. टेंट की दुकान के अंदर मरीज लेटे हुए मिले और उनके हाथों में ड्रिप लगी हुई थी.
जांच में पाया गया कि एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक टेंट की दुकान का शटर गिराकर उसे अपना निजी अस्पताल बना रखा था. जहां झोलाछाप डॉक्टर बुखार, जुकाम और दस्त के रोगियों का इलाज कर रहे थे. मौके पर पहुंचकर एसपी केसर सिंह शेखावत ने झोलाछाप डॉक्टर को पकड़ा है. झोलाछाप को पकड़ने के बाद एसपी ने उनके खिलाफ बसेड़ी थाने में मामला दर्ज करवाने के निर्देश दिए हैं.
पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखवार का कहना है कि हमें जानकारी मिली थी कि झोलाछाप डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहा है. टेंट की दुकान को उसने निजी अस्पताल बना रखा था. इसके बाद एसपी ने बसेड़ी थाना प्रभारी को निर्देशित कर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.