उरई: उरई में राठ रोड स्थित स्टेट बैंक की सिटी ब्रांच के लॉकर से वरिष्ठ अधिवक्ता आनंद स्वरूप श्रीवास्तव के परिवार के 81 लाख रुपये के जेवरात पार हो गए। घटना का खुलासा गुरुवार दोपहर तब हुआ कि जब बैंक स्टाफ ने लॉकर खुला देख उनको बुलाकर उसे चेक कराया। पत्नी और दो बहुओं के सारे जेवर लॉकर से नदारद थे। उन्होंने कोतवाली जाकर पुलिस को तहरीर देते हुए बैंक स्टाफ को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, बैंक स्टाफ घटना को लेकर पूरी तरह से खामोश है।
शहर के मोहल्ला गांधीनगर निवासी आनंद स्वरूप श्रीवास्तव ने गुरुवार शाम उरई कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया सिटी ब्रान्च राठ रोड में 1980 से उनका लॉकर है। 29जी नंबर के अपने लॉकर को उन्होंने पत्नी मुन्नी के साथ आखिरी बार 13 अगस्त 2024 को चेक किया था। उस समय पत्नी, बड़ी बहू निधि और छोटी बहू पल्लवी के साथ उनके पुश्तैनी जेवरात सुरक्षित थे। जेवरों में चार सोने के हार, 16 सोने की चूड़ियां, चार सोने की जंजीर, एक सोने का बाजूबंद के अलावा टाप्स, झाला, अंगूठियां और चांदी के भी जेवर थे। गुरुवार दोपहर उनके पास बैंक कर्मी बलवान सिंह ने फोनकर जल्द बैंक पहुंचने को कहा। बैंक पहुंचने पर उनको लॉकर दिखाया गया जो खुला पड़ा था और उसमें रखा सारा जेवर गायब था।
पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि तहरीर मिली है, जांच की जा रही है। बैंक स्टाफ से संपर्क किया गया है। पुलिस जांच कर रही है। जल्द ही मामले की हकीकत पता चल जाएगी। बैंक मैनेजर अंकित तिवारी ने बताया कि घटना के बारे में आला अधिकारियों ने कुछ भी बोलने से मना किया है, फिलहाल जांच की जा रही है।