गुडग़ांव। आयकर विभाग ने टैक्स चोरी के मामले में बिल्डरों के ठिकानों पर रेड पांचवें दिन मंगलवार को भी जारी रही। आयकर विभाग ने बिल्डरों के घर, कार्यालय और ऑफिस से दस करोड़ रुपये के जेवरात और चार करोड़ रुपये की नगदी जब्त की। आयकर विभाग को बिल्डर की तरफ से जेवरात और नकदी की जानकारी भी सही तरीके से नहीं दे सकें। इसके अलावा छापेमारी के दौरान चार से ज्यादा बिल्डरों के पास ठिकानों से 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की कर चोरी के दस्तावेज भी मिले हैं। सभी दस्तावेजों को आयकर विभाग की टीम ने जब्त कर लिया है और जांच कर आगामी कार्रवाई की जाएगी। रेड के आयकर विभाग को बिल्डरों के ठिकानों से काफी संख्या में कच्ची पर्चियां भी मिली। उन पर्चियों में बिल्डर के द्वारा लोगों से लिए गए लाखों और करोड़ों रुपये का हिसाब भी मिला। यह सब बिल्डर के द्वारा कर चोरी करने की नीयत से करने का भी आरोप है। इसके अलावा एक बिल्डर के शिक्षण संस्थान में पढऩे वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों के फर्जी हस्ताक्षर कर डोनेशन अकाउंट में रुपयों को ट्रांसफर भी किया गया।
छापेमारी के दौरान विभाग को मिले दस्तावेज, खातों की जानकारी सहित को जब्त कर लिया गया है। बता दें, कि करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी मामले में आयकर विभाग ने हरियाणा के ओरिस, आरओएफ सहित चार से ज्यादा बिल्डरों के ठिकानों पर 14 सितंबर सुबह साढ़े पांच बजे से छापेमारी शुरू की गई थी। आयकर विभाग द्वारा हरियाणा और दिल्ली में 28 ठिकानों पर छापेमारी बीते पांच दिनों से चल रही है। छापेमारी में आयकर विभाग की टीम में 200 अधिकारी शामिल है। छापेमारी के लिए उनको श्रीनगर, चंडीगढ़, दिल्ली, करनाल,पानीपत और फरीदाबाद से बुलाया गया है। इसके अलावा सुरक्षा के तौर पर सीआरपीएफ के 150 जवान भी आयकर विभाग की टीम के साथ है। आयकर विभाग के अधिकारी के अनुसार हरियाणा के कई बिल्डरों के द्वारा आयकर की चोरी बीते काफी समय से करने की जानकारी मिली रही थी। आयकर विभाग भी काफी समय से बिल्डरों की कार्यशैली पर नजर रखे हुए था। काफी साक्ष्य मिलने पर हरियाणा के बिल्डर के नेक्सस को तोडऩे के लिए एक साथ चार से ज्यादा बिल्डरों के 28 ठिकानों पर छापेमारी की गई। अब तक की बड़ी कार्रवाई है। उन्होंने बताया कि कर चोरी करने वाला कोई भी हो, उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।