जल्लीकुट्टू खेल बना जानलेवा, बैल ने एक दर्शक को सींग से चीरकर मार डाला
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मदुरै: तमिलनाडु के मदुरै में शुक्रवार को अवनियापुरम जल्लीकुट्टू के दौरान भड़के बैल ने 18 साल के एक दर्शक को सींग से चीरकर मार डाला. पोंगल (Pongal) के दिन बैल को नियंत्रित करने के इस लोकप्रिय खेल में प्रतिस्पर्धियों और बैल मालिकों समेत करीब 80 लोग घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि बैल ने सींग से मदुरै के किशोर बालमुरूगन की छाती चीर दी. उसे राजाजी अस्पताल ले जाया गया जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
एक दिवसीय यह पारंपरिक खेल शाम 5.10 बजे खत्म हुआ और 24 बैलों को नियंत्रित कर अवनिपुरम का कार्तिक प्रथम स्थान पर आया. कार्तिक ने कहा, "काश, मैं 100 का एक चौथाई पार करने के लिए कुछ और बैलों को नियंत्रित कर पाता." कार्तिक ने इस सीजन के विजेता के तौर पर ट्रॉफी ली और कार जीती. पिछले साल कार्तिक ने 16 बैलों को थामा.
मुरूगन ने 19 बैलों को नियंत्रित कर दूसरा पुरस्कार और भरत कुमार ने 11 बैलों को नियंत्रित कर तीसरा पुरस्कार जीता. न सिर्फ मनुष्य बल्कि जानवरों ने भी पुरस्कार जीते. मनप्पराई के देवासगयाम के बैल को सर्वश्रेष्ठ का बैल का खिताब दिया गया क्योंकि उसे कोई काबू में नहीं कर पाया. यहां अननियापुरम में करीब 641 बैल इस प्रतिस्पर्धा में आए थे.
राज्य सरकार ने जल्लीकट्टू को पोंगल उत्सव के दौरान कोविड-19 के सख्त नियमों के अनुपालन के साथ आयोजित करने की अनुमति दी थी. सरकार ने आदेश में बताया था कि बैलों के मालिक और उनके सहायक जो अपने मवेशियों को खेल के लिए पंजीकृत कराएंगे और प्रशिक्षकों को पूर्ण टीकाकरण प्रमाण पत्र के साथ-साथ कार्यक्रम से अधिकतम 48 घंटे पहले कराई गई आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिर्पोट दिखानी होगी.
पिछले साल की तरह इस साल भी सरकार ने जल्लीकट्टू को देखने के लिए दर्शकों की संख्या खुले स्थान पर 150 या बैठने की क्षमता का 50 प्रतिशत (जो भी कम हो) तक सीमित की थी. आदेश में कहा गया था कि आयोजक और प्रतिभागी जल्लीकट्टू में शामिल होने वाले बैलों को नुकसान पहुंचाने से बचें.