लेन-देन के विवाद में जिगरी दोस्त ने की थी जयवीर की हत्या, गिरफ्तार
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नई दिल्ली। मसूरी पुलिस ने जयवीर हत्याकांड का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त सेंट्रो कार और तोड़ कर नाले में फेंका गया जयवीर का मोबाइल फोन बरामद हुआ है। पुलिस का कहना है कि जयवीर की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके पारिवारिक मित्र ने ही गला घोंटकर की थी। दोनों के बीच ढाई लाख रुपए को लेकर विवाद था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि जयवीर पर उसके ढाई लाख रुपए उधार थे, जिन्हें लौटाने के बजाए वह उसपर और पैसे देने का दबाव बनाकर अपमानित किया करता था। इसी से क्षुब्ध होकर उसने जयवीर की हत्या कर दी। डीसीपी जोन ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि बीती 26 मार्च को मसूरी थानाक्षेत्र के गांव मटियाला में एक 50 वर्षीय व्यक्ति का शव जंगल में पड़ा मिला था।
उसकी गमछे से गला घोंटकर हत्या की गई थी। सूचना बाद पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर शिनाख्त के प्रयास किए। पीएम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या किए जाने की पुष्टि होने के बाद मसूरी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर मृतक की पहचान और हत्यारोपी का सुराग तलाशने के प्रयास शुरू कर दिए थे। डीसीपी ने बताया सोशल मीडिया के माध्यम से 5 अप्रैल को मृतक की पहचान न्यू डिफेंस कॉलोनी मुरादनगर निवासी जयवीर के रूप में हुई थी। शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने जयवीर के परिजनों से पूछताछ की और उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर खंगाली। इसके अलावा घटनास्थल के आसपास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। जिसके आधार पर कृष्णा कॉलोनी मुरादनगर निवासी अरुण कुमार का नाम प्रकाश में आया। डीसीपी ने बताया कि जब पुलिस ने अरुण को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने जयवीर की हत्या कारित करने की बात कबूल ली।
दो बेटियों की शादी में दिए थे जयवीर को ढाई लाख रुपए उधार
डीसीपी रवि कुमार ने बताया कि जयवीर प्रॉपर्टी का काम करता था। जबकि अरुण कुमार ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में जॉब करता है। अरुण का मृतक जयवीर के घर आना.जाना था और वह उसका पारिवारिक दोस्त था। अरुण ने पुलिस को बताया कि जयवीर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिसके चलते जयवीर ने अपनी दो बेटियों की शादी पर उससे ढाई लाख रुपए उधार लिए थे। अरुण का कहना है कि जब भी वह जयवीर से अपनी रकम लौटाने की बात कहता था तो जयवीर उससे और पैसों की डिमांड शुरू कर देता था। पैसे मांगने पर जयवीर ने उसे कई बार सार्वजनिक तौर पर अपमानित भी किया था। अरुण ने बताया कि जयवीर द्वारा बार.बार अपमानित किए जाने और पैसों का दबाव बनाने से क्षुब्ध होकर उसने उसकी हत्या कर दी।
प्लॉट दिखाने के बहाने सेंट्रो कार में बैठाकर ले गया था अरुण
डीसीपी ग्रामीण ने बताया कि 25 मार्च को अरुण ने जयवीर को कॉल कर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के गेट पर बुलाया था। वह उसे प्लॉट दिखाने के बहाने अपनी सेंट्रो कार में बैठाकर मटियाला गांव ले गया। वहां एक खाली पड़े प्लॉट को दिखाने का बहाना किया और अरुण ने मौका पाकर दोनों हाथों से जयवीर की गर्दन कस दी। जयवीर की हलचल खत्म होने के बाद उसने गमछे से जयवीर का गला घोंट दिया। डीसीपी ने बताया कि जयवीर की मौत पक्की करने के लिए अरुण ने उसे कई बार आवाज दी, इत्मिनाम होने पर उसने जयवीर की जेब से छह सौ रुपए और कागजात निकाले और मोबाइल फोन लूट लिया। घर लौटते वक्त अरुण ने कागजात और मोबाइल फोन तोडक़र रास्ते में नाले में फेंक दिया।
परिवार के साथ हमदर्दी जता रहा था आरोपी दोस्त, फिर हुआ गायब
पुलिस की मानें तो जयवीर की हत्या करने के बाद आरोपी अरुण उसके परिवार के संपर्क में बना रहा। जयवीर की हत्या होने की खबर मिलने पर वह पीडि़त परिवार से हमदर्दी जताने भी पहुंचा, लेकिन फिर एकाएक गायब हो गया। डीसीपी ने बताया कि खुलासे से पूर्व पुलिस द्वारा घटना का रीक्रिएशन कराया गया और सबूतों के आधार पर आरोपी दोस्त को गिरफ्तार कर लिया गया।