Jaipur: अब ऑटो नवीनीकरण के तहत सभी श्रेणी की औद्योगिक इकाइयों को मिलेगी सहमति
अब राज्य में मंडल की टेस्टिंग लैब्स का नेटवर्क भी सुदृढ़ किया जाएगा एवं उन्नत और विशिष्ट सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
जयपुर: प्रदेश की सभी श्रेणी की औद्योगिक इकाइयों को अब ऑटो नवीनीकरण के तहत सहमति मिलेगी। जिसको लेकर राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने तैयारियां कर ली है और लागू कर दिया है। साथ ही एमएसएमई स्तर तक की ग्रीन श्रेणी की इकाइयों को वनटाइम एक्नॉलेजमेंट दिया जाएगा, तो जयपुर जिले की तर्ज पर अब अलवर जिले में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए अर्ली वार्निंग एंड डिसीजन सपोर्ट सिस्टम फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट विकसित किया जाएगा, ताकि अलवर जिले में वायु प्रदूषण से होने वाले दुष्प्रभावों से समय रहते बचा जा सके। भिवाड़ी एवं तिजारा में वृक्षावरण में वृद्धि करने एवं रोड डस्ट के कारण होने वाले प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से वन विभाग के साथ सामंजस्य स्थापित कर राज्य सड़क मार्ग-25 के दोनों तरफ वृक्षारोपण किया जा रहा है, ताकि आमजन को प्रदूषण की समस्या से राहत मिल सके। इसी के साथ अब राज्य में मंडल की टेस्टिंग लैब्स का नेटवर्क भी सुदृढ़ किया जाएगा एवं उन्नत और विशिष्ट सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
50 चिन्हित स्थानों पर लगेंगे प्लास्टिक बोतल फ्लेकिंग मशीन: राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष शिखर अग्रवाल ने मंडल की 152वीं बैठक की अध्यक्षता कर हुए कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार हर तरफ से कदम उठा रही है। सदस्य सचिव एन विजय एन ने कहा कि राज्य में प्लास्टिक बोतल के निस्तारण की समस्या को मद्देनजर रखते हुए राज्य के ऐसे चिन्हित 50 स्थान जहां पर्यटकों की आवाजाही अधिक है या प्लास्टिक की बोतल का उपयोग अत्यधिक है, वहां आईओटी इनेबल्ड प्लास्टिक बोतल फ्लेकिंग मशीन लगायी जाएंगी। जिसके तहत उपयोग के बाद प्लास्टिक की बोतलों को उस मशीन में डाल कर उनका निस्तारण मौके पर ही संभव हो पायेगा और कहीं न कहीं इसके जरिए प्लास्टिक बोतल के निस्तारण की समस्या का समाधान हो सकेगा। ऐसे में मुख्य पर्यटन स्थलों को भी प्लास्टिक मुक्त करने की दिशा में एक पहल की जा सकेगी।