बरेली (उत्तर प्रदेश) (आईएएनएस)। हत्या के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद बरेली जेल में बंद 50 वर्षीय ओंकार सिंह ने यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में बैठने वाले कैदियों में टॉप किया है। उसने 10वीं कक्षा में 83.3 फीसदी अंक हासिल किए थे। वह अब आगे पढ़ना चाहता है।
दहेज हत्या मामले में एक अन्य दोषी 35 वर्षीय छोटे लाल ने 61.1 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं कक्षा की परीक्षा में टॉप किया है। उसे दहेज के मामले में दोषी ठहराया गया है।
महिला कैदियों में, 40 वर्षीय नईमा ने 10वीं कक्षा की परीक्षा में 72.6 प्रतिशत के साथ टॉप किया है। उसे अपनी भाभी की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया है और वह 2016 से रामपुर जेल में बंद है।
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा देने वाले लगभग सभी कैदियों ने परीक्षा पास कर ली है।
कक्षा 10 की परीक्षा देने वाले 62 कैदियों में से 59 सफल रहे, इससे उत्तीर्ण प्रतिशत 95.16 हो गया। इसी तरह 65 कैदियों में से 45 ने 12वीं की परीक्षा पास की है।
मुख्यालय में तैनात एक जेल अधिकारी ने कहा कि कैदियों ने दूसरों के लिए एक मिसाल कायम की।
नैनी और बरेली की केंद्रीय जेलों सहित उत्तर प्रदेश की 25 जेलों के कैदियों ने बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने कक्षा 10 में 95.16 प्रतिशत और कक्षा 12 में 69.23 प्रतिशत का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत दर्ज किया।