लैपटॉप, मोबाइल फोन के ट्रेडर पर आईटी की छापेमारी, हुई ये कार्यवाही!

Update: 2021-10-16 08:31 GMT

नई दिल्ली: आयकर विभाग ने लैपटॉप, मोबाइल फोन और पेरिफेरल भागों के एक इंपोर्टर और ट्रेडर पर तलाशी अभियान चलाया. ये अभियान 10 अक्टूबर 2021 को शुरू हुआ और एनसीआर, हरियाणा और पश्चिम बंगाल तक चला.

तलाशी के दौरान, कई संदिग्ध डॉक्युमेंट, डायरी और डिजिटल सबूत मिले हैं, जिससे पता चलता है कि समूह बड़े पैमाने पर अंडर-इनवॉइसिंग और उसके द्वारा इंपोर्टेड माल के गलत डिक्लेरेशन में लिप्त है. इसके अलावा अनरिकॉर्डेड लेनदेन, संपत्तियों में बेहिसाब निवेश, लिए गए फर्जी लोग आदि से जुड़े कई सबूत मिले हैं.
इसकी कार्यप्रणाली में सीमा शुल्क से बचने के इरादे से कम मूल्य वाले और इंपोर्टेड माल के विवरण की गलत घोषणा पर शेल संस्थाओं के नाम पर माल का इंपोर्ट शामिल है. पोर्टों पर मंजूरी मिलने पर, ऐसे माल को आउट-ऑफ-बुक नकद लेनदेन के माध्यम से पूरे भारत में वितरित किया गया है.
कोलकाता पोर्ट पर एक कंटेनर की तलाशी के दौरान ये संदेह और मजबूत हो गया, जहां लदान के बिल में माल को 3.8 लाख रुपये मूल्य के 'एचडीएमआई केबल' के रूप में दिखाया गया था. तलाशी के दौरान मिले और जब्त किए गए सबूतों से पता चलता है कि विदेशी मालवाहकों को ऐसे कम चालान वाले सामानों का भुगतान हवाला चैनलों के माध्यम से किया गया है. लगभग पूरा कारोबार इसी तरह की कार्यप्रणाली से चलता पाया गया है.
हालांकि पिछले 3 वर्षों में ऐसी शेल संस्थाओं के उपयोग से प्रवेश के बंदरगाह पर घोषित आयात का मूल्य लगभग 20 करोड़ रुपये है. यह अनुमान है कि इस अवधि के दौरान वास्तविक मूल्य 2000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है.
इस प्रकार आए पैसे का उपयोग उच्च मूल्य की अचल संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए किया गया है. बता दें कि तलाशी के दौरान लाखों रुपये की बेहिसाबी नकदी बरामद हुई. साथ ही 2.75 करोड़ रुपये भी सीज किए गए हैं. मामले में आगे की जांच जारी है.
Tags:    

Similar News

-->