नई दिल्ली: इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट इस साल के अंत तक भारत का दौरा कर सकते हैं। हालांकि, उनके दौरे की तारीख अभी तय नहीं हुई है। इजरायल के इंटरनेशनल डेवलमेंट सेंटर के प्रमुख और राजदूत इनात श्लीन ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इजरायल की गिनती भारत के खास दोस्तों में होती है। ऐसे में प्रधानमंत्री बेनेट का भारत दौरा कई मायनों में अहम हो सकता है।
राजदूत इनात श्लीन ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, प्रधान मंत्री बेनेट भारत आने के लिए बहुत इच्छुक और उत्सुक भी। उम्मीद है, अगर सब कुछ ठीक रहा, तो शायद वह इस गर्मी में कभी भी यहां का (भारत) दौरा कर सकते हैं। हम तारीख तय नहीं कर सकते क्योंकि येरुशलम को लेकर कुछ राजनीतिक मुद्दे हैं जिन पर वह करीब से नजर रखे हैं। हालांकि, इजरायल और भारत के बीच संबंधों के बारे में दृढ़ता से महसूस करते हैं और मुझे पता है कि वह यहां की यात्रा करने के लिए उत्सुक हैं।'
राजदूत इनात श्लीन ने इस बात पर भी जोर दिया कि इजरायल के प्रधानमंत्री भारत का बहुत आदर करते हैं। वह दोनों देशों के बीच राणनीतिक संबंध को भी महत्व देते हैं। इससे पहले, इजरायल के प्रधानमंत्री अप्रैल में भारत आने वाले थे, लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद दौरे को स्थगित कर दिया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन 13 से 16 जुलाई तक पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इजरायल के पीएम और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ I2-U2 ग्रुप के एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। इससे पहले, इजरायल के दूत ने I2-U2 ग्रुप के बारे में भी बात की और कहा कि यह एक महत्वपूर्ण पहल है और मध्य पूर्व और दुनिया में नई गति को दर्शाता है।
इजरायल कई वर्षों से अमेरिका का एक अच्छा और करीबी सहयोगी रहा है। भारत भी इजरायल का एक मजबूत रणनीतिक साझेदार है। वहीं, अब्राहमी समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद से संयुक्त अरब अमीरात इजरायल का एक बहुत मजबूत भागीदार बनकर उभरा है। ऐसे में ये देश दुनियाभर में बदलाव लाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।