इस्लामिक संगठन और छात्राओं ने जमकर किया हंगामा, हिजाब पहनने वाली लड़कियों की क्लास में एंट्री पर कॉलेज ने लगाई रोक

छात्राओं ने यह भी शिकायत की कि उन्हें उर्दू, अरबी और बेरी भाषाओं में बात करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

Update: 2022-01-03 04:57 GMT

मेंगलुरु: कर्नाटक के उडुपी में महिला पीयू कॉलेज की छह मुस्लिम छात्राओं ने आरोप लगाया कि हिजाब पहनने की वजह से उन्हें कॉलेज प्रशासन ने परिसर में एंट्री नहीं दी। मामला कर्नाटक के बेंगलुरु से 400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उडुपी के सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी महिला कॉलेज का है। शनिवार को इन छात्राओं के माता-पिता ने कुछ ऐक्टिविस्ट्स के साथ कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी किया।

छात्राओं ने यह भी शिकायत की कि उन्हें उर्दू, अरबी और बेरी भाषाओं में बात करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। छात्राएं तीन दिन से विरोध स्वरूप कक्षा के बाहर खड़ी हैं। छात्राओं ने दावा किया कि उनके माता-पिता ने प्राचार्य रुद्र गौड़ा से संपर्क भी किया, लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर बातचीत से इनकार कर दिया।
लड़कियों ने बताया कि पिछले तीन दिन से उनकी उपस्थिति भी नहीं दर्ज की जा रही है और उन्हें डर है कि इससे कॉलेज में उनकी उपस्थिति कम हो सकती है। वहीं, कॉलेज के प्राचार्य रुद्र गौड़ा ने कहा कि छात्राएं परिसर में हिजाब पहन सकती हैं लेकिन कक्षा के भीतर इसकी अनुमति नहीं है।
इस नियम का पालन कक्षा में एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। प्राचार्य ने कहा कि इस मुद्दे पर जल्द ही अभिभावक-शिक्षक बैठक भी बुलाई जाएगी। इसी बीच, एसडीपीआई की उडुपी इकाई के अध्यक्ष नजीर अहमद ने कहा कि अगर छात्राओं को हिजाब के साथ कक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई, तो वे प्रदर्शन करेंगे।

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