रूस का झुकाव चीन की ओर बढ़ रहा? विदेश मंत्री एस जयशंकर की दो टूक

Update: 2024-03-25 07:28 GMT

फाइल फोटो

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि रूस एक ऐसा देश है, जिसके साथ भारत के हमेशा सकारात्मक संबंध रहे हैं और दोनों देशों ने एक-दूसरे के हितों का विशेष ध्यान रखा है। इसके साथ ही उन्होंने इस धारणा को खारिज कर दिया कि रूस का झुकाव चीन की ओर बढ़ रहा है। सिंगापुर में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत में जयशंकर ने कहा कि भारत को रूस या किसी अन्य देश के साथ संबंधों को उसके नजरिये से देखना चाहिए।
उन्होंने पूछा, '...मुझे बताएं कि क्या रूस ने हमारी मदद की है या हमें नुकसान पहुंचाया है? क्या रूस ने महत्वपूर्ण क्षणों में योगदान दिया है या बाधा उत्पन्न की है? इससे भी आगे की बात करें तो क्या रूस से कोई लाभ होगा या केवल नुकसान ही होगा?'
विदेश मंत्री ने कहा, 'इस प्रकार यदि मैं अपने दृष्टिकोण और अपने अनुभवों से गणना करता हूं, तो मुझे उत्तर मिल जाएगा। और इस मामले में उत्तर यह है कि रूस एक ऐसा देश है, जिसके साथ हमारे संबंध हमेशा सकारात्मक रहे हैं।'एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'भारत और रूस दोनों ने एक-दूसरे के हितों का ख्याल रखने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती है। इसलिए, मुझे लगता है कि हमें यह आत्मविश्वास रखना चाहिए कि हम आगे बढ़ते रहेंगे।'
यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बावजूद भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत बने रहे। भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा नहीं की है और यह कहता रहा है कि इस संकट को कूटनीति और बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।
नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और उसके बाद देश के साथ भारत के समीकरण पर एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, 'मैं धैर्य रखना पसंद करता हूं।' जयशंकर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अमेरिका का जो भी राष्ट्रपति होगा, भारत का उसके साथ दोस्ताना संबंध होगा। जयशंकर शनिवार से तीन-दिवसीय दौरे पर सिंगापुर में हैं।
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