3.50 करोड़ की टीशर्ट और 33 लाख की टॉफी बांटने में गड़बड़ी, हाईकोर्ट ने मांगी जांच की स्टेटस रिपोर्ट
जनहित याचिका में इस पर सवाल उठाते हुए इसकी जांच कराने की मांग की गई थी।
रांची: झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से वर्ष 2016 में राज्य स्थापना दिवस पर 3.50 करोड़ की टीशर्ट और 33 लाख रुपये के टॉफी के वितरण से जुड़े मामले की जांच की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। यह मामला राज्य के पूर्व सीएम रघुवर दास के कार्यकाल का है।
सामाजिक कार्यकर्ता पंकज कुमार ने हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल कर टीशर्ट एवं टॉफी वितरण के नाम पर भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसकी जांच कराने की मांग की है। इस पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने सरकार से मामले की जांच की प्रगति के बारे में जानना चाहा। पिछली सुनवाई में राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया था कि इस मामले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो में पीई (प्रारंभिक जांच) दर्ज कर जांच की जा रही है। वर्ष 2016 में राज्य स्थापना दिवस समारोह के पहले नवंबर की स्कूली बच्चों के बीच बांटने के लिए 3.50 करोड़ की टीशर्ट और 33 लाख रुपये की टॉफी खरीदी गयी थी।
सरकारी रिकॉर्ड में दिखाया गया है कि टीशर्ट और टॉफी की खरीदारी के अगले ही दिन 15 नवंबर को राज्य भर के 10 हजार स्कूलों में बच्चों के बीच इसका वितरण कर दिया गया। जनहित याचिका में इस पर सवाल उठाते हुए इसकी जांच कराने की मांग की गई थी।
विधायक सरयू राय ने झारखंड स्थापना दिवस समारोह में हुए खर्च में गड़बड़ियों का मामला विधानसभा में भी उठाया था, जिस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा था कि सरकार इस मामले की एंटी करप्शन ब्यूरो से जांच कराएगी।