शिक्षिका के खिलाफ जांच शुरू, बच्चों को धर्म विरोधी शिक्षा देने का आरोप

Update: 2022-03-03 06:54 GMT

राजस्थान। राजस्थान के भीलवाड़ा (Bhilwara ) जिले के आसींद उपखंड के रूपपुरा में एक राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल (senior Secondary School Rooppura) में छात्रों को कथित तौर पर धर्म विशेष से जुड़ी किताब बांटने (book distribution) का मामला बुधवार को गरमा गया जहां ग्रामीणों ने एक महिला टीचर (woman teacher) पर धर्म विरोधी शिक्षा देने का आरोप लगाते हुए स्कूल पर ताला जड़ दिया और घंटों तक स्कूल के सामने ही विरोध प्रदर्शन (protest) कर महिला टीचर को निलंबित करने की मांग करने लगे. मामले को बढ़ता हुए देख शिक्षा विभाग ने समझाइश करते हुए मामला शांत करवाया और आरोपी महिला टीचर को एपीओ (woman teacher apo) कर दिया गया. वहीं दूसरी तरफ महिला टीचर का कहना है कि मैं दलित समुदाय से हूं जिसके चलते गांव के लोग मुझ पर झूठा आरोप लगाकर परेशान कर रहे हैं.

बता दें कि महिला टीचर निर्मला कामड़ पर ग्रामीणों ने एक विशेष धर्म विरोधी किताब बांटने का आरोप लगाया है जिसके बाद ग्रामीणों में गुस्सा है. फिलहाल इस मामले में शिक्षिका को एपीओ करने के बाद शिक्षा विभाग जांच कर रहा है.

मामले की शुरूआत इस तरह हुई जब स्कूल के कक्षा 11 के एक छात्र ने कहा की एक धर्म विरोधी किताब शिक्षिका निर्मला ने उसे दी है जिसके कवर पर कथित रूप से जवाहरलाल नेहरू को उद्धृत करते हुए धर्म विशेष के बारे कुछ लिखा गया है. मामला स्कूल के पास पहुंचने पर शिक्षा विभाग ने अब जांच के लिए एक कमेटी बनाई है. वहीं स्कूल के प्रिंसिपल मुकेश कुमार का कहना है कि 28 फरवरी को सरपंच सोनिया गुर्जर के पिता मनरूप गुर्जर सहित ग्रामीणों ने इस मामले में शिकायत की थी.

स्कूल में ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्माराम चौधरी ने शिक्षिका को एपीओ करने का आदेश जारी किया है. इसके बाद आसींद के अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भंवर लाल सेन ने ग्रामीणों को शांत करवाकर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रूपपुरा का गेट खुलवाया.


Tags:    

Similar News

-->