चेन्नई (आईएएनएस)| तमिलनाडु राज्य विपणन निगम (टास्मैक) ने सहकारी निकाय में अस्थायी आधार पर पर्यवेक्षकों की फर्जी नियुक्ति आदेशों की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पर्यवेक्षकों की नियुक्ति शराब की दुकानों के लिए थी और वेतन 14,700 रुपये प्रति माह निर्धारित किया गया था। टास्मैक ने पहले ही आउटलेट्स के जिला प्रबंधकों को इस बात की जांच का निर्देश दिया है कि संस्था में अस्थायी पदों के लिए नियुक्ति आदेशों के पीछे कौन था।
सोशल मीडिया पर टास्मैक के प्रबंध निदेशक एल. सुब्रमण्यम के नाम का उल्लेख नियुक्ति आदेश में किया गया था। हालांकि उनके हस्ताक्षर जाली थे।
गौरतलब है कि टास्मैक का तमिलनाडु में शराब की बिक्री पर एकाधिकार है और यह राज्य के सबसे अधिक समृद्ध संगठनों में से एक है।
शराब उद्योग के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि निगम में शराब की एक-एक पेटी के लिए सुपरवाइजर और सेल्समैन को कमीशन की एक निश्चित दर तय थी, हालांकि कमीशन की राशि हर दुकान पर अलग-अलग होती है।
यह पूछे जाने पर कि क्या टास्मैक मामले को तमिलनाडु पुलिस को सौंपेगा, एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि आंतरिक जांच के बाद ही विभाग फैसला करेगा।
गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में टास्मैक ने 36,013 करोड़ रुपये शराब का कारोबार किया था।