CoWIN डेटा लीक को लेकर हुई जांच, सरकार ने बताया पूरी तरह से फर्जी
हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ खबरों में CoWIN सिस्टम के हैक होने का दावा किया गया था.
हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ खबरों में CoWIN सिस्टम के हैक होने का दावा किया गया था जिसके बाद सरकार ने इस खबर को फर्जी बताते हुए इसके जांच करने की बात कही थी. इस मामले की जांच स्वास्थ्य मंत्रालय और इम्पावर्ड ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन (EGVAC) द्वारा करने की बात कही गई थी. अब इस मामले में स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपडेट जारी करते हुए इन दावों को पूरी तरह से गलत बताया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय और इम्पावर्ड ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन (EGVAC) इस बात की पुष्टि करते हैं कि CoWIN सिस्टम के डेटा के डार्क वेब पर लीक होने की खबर पूरी तरह से फर्जी है. हम इसको लेकर समय-समय पर जांच करते रहते हैं जिससे हम CoWIN पर यूजर्स के डेटा की सुरक्षा की पुष्टि कर सकें.
इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए प्रेस रिलीज में कहा गया है कि CoWIN सिस्टम के कथित हैकिंग के मामले की जांच इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम द्वारा की गई है जिसमें इसे पूरी तरह से आधारहीन बताया गया है.
इम्पावर्ड ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन (EGVAC) के चेयरमैन डॉक्टर आर. एस. शर्मा ने इस बात को साफ किया है कि, " CoWIN सिस्टम के हैक होने और डेटा लीक को लेकर डार्क वेब पर मौजूद हैकर्स के कथित दावे पूरी तरह से आधारहीन हैं. हम समय-समय पर इसको लेकर जरूरी तरीके अपना रहे हैं जिससे CoWIN पर मौजूद यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखा जा सके."
आपको बता दें कि 9 जून को ट्विटर व अन्य सोशल मीडिया पर CoWIN सिस्टम के डेटा लीक होने का दावा किया गया था. इसमें फोन नंबर, नाम, ईमेल आदि के शामिल होने का दावा किया गया था. हालांकि बाद में इसको लेकर कई साइबर एक्सपर्ट्स ने भी अपडेट जारी कर कहा था कि यह बिटकॉइन स्कैम है न कि CoWIN का डेटा लीक हुआ है.