श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में 5 अगस्त 2019 के बाद बदले-बदले हालात से पाकिस्तान (Pakistan) बौखला गया है. विकास की राह पर आगे बढ़ रहे कश्मीर में एक बार फिर हिंसा फैलाने को लेकर पाकिस्तान साजिश रच रहा है. इंटेलिजेंस एजेंसियों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार कि पिछले कुछ महीनों में उत्तरी कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ हुई है, जिसके चलते स्थानीय आतंकियों के मुकाबले विदेशी आतंकियों की तादाद बढ़ गयी है.
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया की LoC के उस पार से मई और अगस्त के बीच बड़ी संख्या में विदेशी आतंकियों ने घुसपैठ की है, जो आने वाले समय में घाटी में आतंकी हमलों को अंजाम दे सकते हैं. इन आतंकियों के निशाने पर सुरक्षा बल, स्थानीय नेता और सरपंच हो सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 65 से ज्यादा विदेशी आतंकी उत्तरी कश्मीर में घुसपैठ करने में कामयाब हो चुके हैं. पाकिस्तान की ओर से भेजे गए आतंकियों में लश्कर-ए-तैयबा, जैश ए मोहम्मद और अल बद्र के आतंकी शामिल हैं. सूत्रों ने बताया कि यह आतंकी PoK के लीपा, जूरा और अठमुक़ाम वाले लांच पैड से घुसपैठ करने में कामयाब हुए.
साल 2013 के बाद दक्षिण कश्मीर आतंक का गढ़ बन गया था, लेकिन अब इस साल हुई घुसपैठ के साथ उत्तरी कश्मीर के इलाकों में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है. आपको बता दें कि उत्तरी कश्मीर में बारामुल्ला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा शामिल है.
सुरक्षा बलों के कामयाब ऑपरेशन के चलते इस साल के शुरुआत में विदेशी आतंकियों का लगभग खात्मा हो गया था. लेकिन मई के बाद हुई घुसपैठ से सुरक्षा बलों की चुनौती बढ़ सकती है. हालांकि खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इस घुसपैठ का अफगानिस्तान के हालात से कोई लेना-देना नहीं है.