खुफिया एजेंसियां हो गई चौकस, आतंकी हमले का मास्टरमाइंड फिर एक्टिव

नया वीडियो सामने आया है, जिसमें वह भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आह्वान कर रहा है।

Update: 2024-03-14 03:09 GMT

सांकेतिक तस्वीर

नई दिल्ली: वर्ष 2002 में गुजरात के गांधीनगर में अक्षरधाम मंदिर पर हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड फिर एक्टिव हुआ है। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा आतंकी फरहतुल्लाह गोरी अक्षरधाम समेत कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है। अब 22 साल बाद उसका एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें वह भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आह्वान कर रहा है। कई आतंकी हमलों की जांच में उसकी उंगलियों के निशान सामने आने के बाद से फरहतुल्लाह गोरी भारतीय एजेंसियों के निशाने पर है। फिलहाल उसके नए वीडियो का खुलासा होने से खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं।
पिछले साल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खुलासा किया था कि इस्लामिक स्टेट से प्रेरित आंतकी मॉड्यूल का संचालन गोरी ही कर रहा था। वह आईएस के एक भर्तीकर्ता के रूप में काम कर रहा था। फरहतुल्ला गोरी, जिसे अबू सुफियान, सरदार साहब और फारू के नाम से भी जाना जाता है, हैदराबाद का रहने वाला है। वह 2005 के हैदराबाद ब्लास्ट में भी शामिल रहा है। वह लाहौर में रहता है और कभी सामने नहीं आता है।
फरहतुल्ला गोरी पाक समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के लिए भर्तियां करता है और फंडिंग जुटाता है। वह धार्मिक अल्पसंख्यकों को टारगेट करने वाले आतंकवादी प्रचार वीडियो बनाता है और उसे फेसबुक, यूट्यूब, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया नेटवर्क के जरिए फैलाता है। गृह मंत्रालय ने UAPA के तहत गोरी को 'आतंकवादी' घोषित किया है। 38 कट्टर आतंकवादियों की सूची में उसका नाम 18वें स्थान पर है। हाल ही में NIA ने मोस्ट वांटेड आतंकवादी और आईएस प्रायोजित मॉड्यूल का हिस्सा मोहम्मद शाहनवाज आलम और उसके दो सहयोगियों की गिरफ्तारी की थी।
2019 से पहले तक यह माना जा रहा था कि गोरी का वजूद अब खत्म हो गया है लेकिन 2019 में वह टेलीग्राम और अन्य एन्क्रिप्टेड चैट एप्लिकेशन पर सक्रिय पाया गया। वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर युवाओं का ब्रेनवॉश करते और आतंकी वीडियो की श्रृंखला जारी करते हुए पाया गया। वह ऑनलाइन मोड में आतंकी जहर फैलाता है और गुप्त ठिकाने में रहता है। अमेरिका और इंटरपोल को भी अब तक उसकी कोई तस्वीर नहीं मिल सकी है।
इंटेलिजेंस सूत्रों के शक है कि गोरी का नया वीडियो लोकसभा चुनाव से पहले देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की ISI की साजिश हो सकती है। एक खुफिया अधिकारी के हवाले से TOI की रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर हाई-प्रोफाइल आतंकवादी निगरानी में हैं और पाकिस्तान FATF की कार्रवाई से बचने के लिए पैंतरेबाजी कर रहा है। अधिकारी के मुताबिक, अब 22 साल बाद गोरी का वीडियो सामने आने के बाद पाकिस्तान यह दावा करके अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहता है कि वह भागा हुआ भारतीय है। इसके साथ ही पाकिस्तान अपने चिर परिचित अंदाज में उसकी पाकिस्तानी जमीन पर मौजूदगी से इनकार करेगा।
बता दें कि पिछले दो सालों में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने गोरी के कई फेसबुक पेज और टेलीग्राम चैनल को ब्लॉक किया है, जिसके जरिए वह इस्लामिक प्रचार की आड़ में युवाओं को आईएस मॉड्यूल के प्रति आकर्षित करता है और एक स्लीपर सेल बनाने की कोशिशों में जुटा है।
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