राजस्थान। प्रदेश के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश राहत की बजाय आफत साबित हो रही है। बांसवाड़ा के माही बांध के पास करीब 200 बीघा फसल चौपट हो गई। माही बांध, कोटा बैराज के अलावा कई बांधों के सोमवार को भी गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। बहरहाल, बारिश के चलते प्रदेश की एक दर्जन से अधिक जगहों पर दिन का अधिकतम तापमान गिरकर 30 डिग्री से नीचे पहुंच गया। राजधानी में दिनभर हल्की फुहारों के कारण लोग जरूरी काम से ही बाहर निकले। मौसम विभाग ने जालोर, बाड़मेर और जैसलमेर के लिए मंगलवार को भारी बारिश का अलर्ट और बुधवार से बारिश की गतिविधियों में कमी की संभावना जताई है। बांसवाड़ा में भारी बारिश के कारण पिछले तीन दिन में 10 लोगों की मौत हो गई। माही बांध के पिछले इलाके में करीब 200 बीघा खेतों में अंदर पानी जमा होने से खेत एनिकट नजर आने लगे। इससे सोयाबीन और कपास की फसल पसर कर नष्ट हो गई। इसके भी सभी गेट खोलकर पानी की निकासी की गई।
वहीं बेणेश्वर धाम पर बने टापू से सोमवार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। कोटा बैराज के सोमवार को भी 12 गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। इसके बाद जिला प्रशासन ने निचली बस्तियों में अलर्ट जारी किया। अधिशाषी अभियंता भारत रत्न गौड़ ने बताया कि दो दिन एमपी के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश हुई है। उस कारण गांधीसागर के बड़े कैचमेंट एरिया इनफ्लो साढ़े 4 लाख क्यूसेक पहुंच गया था। शुरू में उनका लेवल 1301 के आसपास चल रहा था अब बढ़कर 1310 क्रॉस कर चुका है। इसलिए अब जितना पानी आ रहा है, उसकी निकासी की कोशिश कर रहे हैं। राज्य के 14 जिलों में सोमवार को बारिश के चलते तापमान 30 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। इनमें राजधानी जयपुर में तो सुबह के समय लोगों को बढ़ी ठंडक के कारण एसी और कूलर बंद हो गए। इधर सोमवार को दिन के समय सबसे कम तापमान सिरोही में 25 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा भीलवाड़ा में 26.4, उदयपुर के डबोक में 26.8, अलवर में 27 डिग्री के अलावा अधिकतर जगह 30 डिग्री से नीचे या उसके नजदीक दर्ज की गईं। इधर, मौसम कें द्र जयपुर निदेशक राधेश्याम शर्मा ने कहा कि बुधवार से राज्य में भारी बारिश के दौर से राहत मिलने की प्रबल संभावना है।